नाइट्रोजन स्थिरीकरण : वायुमंडलीय नाइट्रोजन का नाइट्रेट या नाइट्राइट्स में परिवर्तन होने की प्रक्रिया को नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहते है |
नाइट्रोजन स्थिरीकरण की प्रक्रिया :- नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करने पर बैक्टीरीया कुछ स्वतंत्र रूप से रहते है । कुछ बैक्टीरीया द्विबीजपत्री पौधो की कुछ स्पीशीज के साथ पाए जाते है । जैसे लेगयून । नाइट्रोजन को स्थिर करने वाले बैक्टीरीया जैसे फलीदार पौधो की जड़ो मे एक विशेष प्रकार की संरचना ग्रंथिका मे पाए जाते है । भौतिक क्रियाओ के द्वारा नाइट्रोजन परमाणु नाइट्रेटस और नाइट्राइट्स मे बदलते है । बिजली चमकने के दौरान हवा मे पैदा हुआ उच्च ताप तथा दाब नाइट्रोजन को नाइट्रोजन के आक्साइड मे बदल देता है जो पानी आक्साइड मे घुलकर नाइट्रिक अम्ल बनाते है । वर्षा के साथ ये भूमि की सतह मे गिरते है जिसे अम्ल वर्षा कहते है । पौधे नाइट्राइट्स को प्राप्त कर उन्हे अमीनो अम्ल मे परिवर्तित कर देते है ।