माँग वक्र पर संचलन - अन्य बाते समान रहने पर किसी वस्तु की अपनी कीमत में परिवर्तन के कारण उसकी मांगी गई मात्रा में होने वाले परिवर्तन को माँग वक्र पर संचलन कहते है |
माँग वक्र पर संचलन दो प्रकार से होता है -
1. माँग का विस्तार - जब किसी वस्तु की अपनी कीमत में कमी के कारण उसकी मांगी गई मात्रा में वृद्धि होती है इसे माँग का विस्तार कहते है |
2. माँग का संकुचन - जब किसी वस्तु की अपनी कीमत में वृद्धि के कारण उसकी मांगी गई मात्रा में कमी होती है इसे माँग का संकुचन कहते है |
माँग वक्र में खिसकाव - कीमत के स्थिर रहने पर अन्य कारणों (जैसे- उपभोक्ता ही आय, सम्बंधित वस्तु की कीमत आदि) में परिवर्तन के कारण किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा में होने वाले वरिवर्तन को माँग वक्र में खिसकाव कहते है |
माँग वक्र में खिसकाव दो प्रकार से होता है -
1. माँग में वृद्धि - कीमत के स्थिर रहने पर अन्य कारणों मे परिवर्तन के कारण जब किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा में वृद्धि होती है इसे माँग में वृद्धि कहते है |
2. माँग में कमी - कीमत के स्थिर रहने पर अन्य कारणों मे परिवर्तन के कारण जब किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा में कमी होती है इसे माँग में कमी कहते है |
माँग में वृद्धि के कारण -
(i) जब उपभोक्ता की आय में वृद्धि होती है |
(ii) जब प्रतिस्थापन पस्तुओं की कीमत में वृद्धि होती है |
(iii) जब पूरक वस्तुओं की कीमत में कमी होती है |
(iv) जब उपभोक्ता की रूचि में कमी होती है |
(v) जब निकट भविष्य में वस्तु की उपलब्धता में कमी होने की सम्भावना हो |
माँग में कमी के कारण -
(i) जब उपभोक्ता की आय में कमी होती है |
(ii) जब प्रतिस्थापन पस्तुओं की कीमत में कमी होती है |
(iii) जब पूरक वस्तुओं की कीमत में वृद्धि होती है |
(iv) जब उपभोक्ता की रूचि में वृद्धि होती है |
(v) जब निकट भविष्य में वस्तु की उपलब्धता में वृद्धि होने की सम्भावना हो |
माँग में संकुचन तथा माँग में कमी में अंतर -
माँग में संकुचन -
1. जब किसी वस्तु की अपनी कीमत में वृद्धि के कारण उसकी मांगी गई मात्रा में कमी होती है इसे माँग का संकुचन कहते है |
2. यह केवल वस्तु की अपनी कीमत में परिवर्तन के कारण होता है |
3. अन्य कारण स्थिर होते है |
4. यह वस्तु की अपनी कीमत में वृद्धि के कारण होता है |
माँग में कमी -
1. कीमत के स्थिर रहने पर अन्य कारणों मे परिवर्तन के कारण जब किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा में कमी होती है इसे माँग में कमी कहते है |
2. यह अन्य कारणों में परिवर्तन के कारण होता है |
3. कीमत स्थिर होती है |
4. उपभोक्ता की आय में कमी, प्रतिस्थापन पस्तुओं की कीमत में कमी, पूरक वस्तुओं की कीमत में वृद्धि आदि के कारण होता है |
माँग में विस्तार तथा माँग में वृद्धि में अंतर -
माँग में विस्तार -
1. जब किसी वस्तु की अपनी कीमत में कमी के कारण उसकी मांगी गई मात्रा में वृद्धि होती है इसे माँग का विस्तार कहते है |
2. यह केवल वस्तु की अपनी कीमत में परिवर्तन के कारण होता है |
3. अन्य कारण स्थिर होते है |
4. यह वस्तु की अपनी कीमत में कमी के कारण होता है |
माँग में वृद्धि -
1. कीमत के स्थिर रहने पर अन्य कारणों मे परिवर्तन के कारण जब किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा में वृद्धि होती है इसे माँग में वृद्धि कहते है |
2. यह अन्य कारणों में परिवर्तन के कारण होता है |
3. कीमत स्थिर होती है |
4. उपभोक्ता की आय में वृद्धि, प्रतिस्थापन पस्तुओं की कीमत में वृद्धि, पूरक वस्तुओं की कीमत में कमी आदि के कारण होता है |