अध्याय 4. परमाणु की संरचना
ऊर्जा स्तर : परमाणु के नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रोनों के चक्कर लगाने के लिए विभिन एवं निश्चित कक्षाएँ होती हैं इन्हें कोश (Shell) भी कहते हैं इन्ही कक्षाओं को ऊर्जा स्तर कहते है |
किसी परमाणु में ऊर्जा स्तर
इलेक्ट्रोनिक विन्यास (Electronic Configuration): किसी परमाणु के विभिन्न कोशों में इलेक्ट्रोनों के वितरण को इलेक्ट्रोनिक विन्यास कहते हैं |
हाइड्रोजन का इलेक्ट्रॉनिक संरचना:
हाइड्रोजन में 1 इलेक्ट्रान होता है अत: इसके बाह्यतम कक्षा K में केवल एक ही इलेक्ट्रान रहता है |
कार्बन के परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक संरचना:
कार्बन के पास कुल 6 इलेक्ट्रॉन्स होते है तो इसके सबसे भीतरी कक्षा K में 2 इलेक्ट्रान रहता है और बहरी कक्षा L में शेष बचे 4 इलेक्ट्रॉन्स रहता है |
ये कोश होते हैं :
K, L, M, N आदि
कोश K में अधिकतम 2 इलेक्ट्रॉन्स रह सकते हैं |
कोश L में अधिकतम 8 इलेक्ट्रॉन्स रह सकते हैं |
कोश M में अधिकतम 18 इलेक्ट्रॉन्स रह सकते हैं और
कोश N में अधिकतम 32 इलेक्ट्रॉन्स रह सकते हैं |
कोशों में अधिकतम इलेक्ट्रॉन्स को रखने के लिए एक सूत्र है: 2n2
जिसके आधार अधिकतम इलेक्ट्रॉन्स की संख्या ज्ञात की जाती है :
जैसे पहले कोश K के लिए : 2(1)2 = 2 x 1 = 2
दुसरे कोश L के लिए : 2(2)2 = 2 x 4 = 8
तीसरे कोश M के लिए : 2(3)2 = 2 x 9 = 18
चौथे कोश N के लिए : 2(4)2 = 2 x 16 = 32
संयोकजता (valency): किसी परमाणु के बाह्यतम कक्षा में उपस्थिति संयोजी इलेक्ट्रॉन्स की संख्या को उस तत्व की संयोजकता कहते हैं |
जैसे :
कुछ तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और उनकी संयोजकता:
जैसे किसी तत्व के बाह्यतम कक्षा में 1 इलेक्ट्रॉन् है तो उसकी संयोजकता 1 ही होगी | यदि उसके बाह्यतम कक्षा में 2 , 3 या 4 है तो उसकी संयोजकता भी क्रमश: 2, 3 या 4 होगी | यदि बाह्यतम कोश में 5, 6 या 7 इलेक्ट्रॉन्स है तो संयोजकता निम्नानुसार ज्ञात किया जाता है |
जब बाह्यतम कोश में 5 हो तो संयोजकता = 8 - 5 = 3
जब बाह्यतम कोश में 6 हो तो संयोजकता = 8 - 6 = 2
जब बाह्यतम कोश में 7 हो तो संयोजकता = 8 - 7 = 1
जब बाह्यतम कोश में 8 हो तो संयोजकता = 8 - 8 = 0
अब यह तालिका देखिए:
तत्व का नाम | प्रतीक | परमाणु संख्या | प्रोट्रॉनों की संख्या | न्यूट्रॉनों की संख्या | इलेक्ट्रोनों की संख्या |
इलेक्ट्रोनिक विन्यास K L M N |
संयोजकता |
हाइड्रोजन | H | 1 | 1 | - | 1 | 1 | 1 |
हीलियम | He | 2 | 2 | 2 | 2 | 2 | 0 |
लिथियम | Li | 3 | 3 | 3 | 3 | 2 1 | 1 |
बेरिलियम | Be | 4 | 4 | 4 | 4 | 2 2 | 2 |
बोरान | B | 5 | 5 | 5 | 5 | 2 3 | 3 |
कार्बन | C | 6 | 6 | 6 | 6 | 2 4 | 4 |
नाइट्रोजन | N | 7 | 7 | 7 | 7 | 2 5 | 3 |
ऑक्सीजन | O | 8 | 8 | 8 | 8 | 2 6 | 2 |
फ्लोरीन | F | 9 | 9 | 9 | 9 | 2 7 | 1 |
नियाँन | Ne | 10 | 10 | 10 | 10 | 2 8 | 0 |
सोडियम | Na | 11 | 11 | 11 | 11 | 2 8 1 | 1 |
मैग्नेशियम | Mg | 12 | 12 | 12 | 12 | 2 8 2 | 2 |
एल्युमीनियम | Al | 13 | 13 | 13 | 13 | 2 8 3 | 3 |
सिलिकॉन | Si | 14 | 14 | 14 | 14 | 2 8 4 | 4 |
फोस्फोरस | P | 15 | 15 | 15 | 15 | 2 8 5 | 3, 5 |
सल्फर | S | 16 | 16 | 16 | 16 | 2 8 6 | 2 |
क्लोरीन | Cl | 17 | 17 | 17 | 17 | 2 8 7 | 1 |
आर्गन | Ar | 18 | 18 | 18 | 18 | 2 8 8 | 0 |
परमाणु संख्या: किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोट्रॉनों की कुल संख्या को परमाणु संख्या कहते है |
जैसे - मान लीजिये कि किसी परमाणु के नाभिक में कुल 8 प्रोट्रॉन है तो इसकी परमाणु की परमाणु संख्या 8 होगी | इसीप्रकार यदि कुल प्रोट्रॉन 11 है तो परमाणु संख्या भी 11 ही होगी |
परमाणु सख्या = प्रोट्रॉनों की सख्या
परमाणु द्रव्यमान: किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थिति कुल प्रोट्रॉनों तथा न्यूट्रॉनों की संख्या के योगफल को परमाणु द्रव्यमान संख्या कहते हैं |
जैसे - किसी परमाणु के नाभिक में प्रोट्रॉनों की संख्या 4 है और न्यूट्रॉनों की संख्या 5 है तो इसका परमाणु द्रव्यमान संख्या 4 + 5 = 9 अर्थात 9 होगा |
इसी प्रकार किसी परमाणु के नाभिक में प्रोट्रॉनों की संख्या 7 है और न्यूट्रॉनों की संख्या भी 7 है तो इसका परमाणु द्रव्यमान संख्या 7 + 7 = 14 अर्थात 14 होगा |
अर्थात परमाणु द्रव्यमान संख्या = प्रोट्रॉनों की सख्या + न्यूट्रॉनों की संख्या
नोट: किसी भी परमाणु में जितने प्रोट्रॉनों की सख्या होती है उतनी ही इलेक्ट्रान की संख्या होती है और उतने ही उस तत्व की परमाणु संख्या भी होती है | न्यूट्रॉन की संख्या, प्रोट्रॉनों की सख्या के बराबर भी हो सकता है और कम भी या ज्यादा भी हो सकता है |