अध्याय 7. जीवों में विविधता
प्रश्न - फेनेरोगेम्स किसे कहते हैं ?
उत्तर - वे पौधे जिनमें जनन ऊतक पूर्ण विकसित एवं विभेदित होते हैं तथा जनन प्रकिया के
पश्चात् बीज उत्पन्न करते हैं, फेनेरोगेम्स कहलाते हैं ।
प्रश्न - क्रिप्टोगैम किसे कहते हैं ?
उत्तर - वे जीव जिनमे जननांग प्रत्यक्ष होते हैं तथा इनमें बीज उत्पन्न करने की क्षमता नही
होती है । अंत: ये क्रिप्टोगैम कहलाते हैं ।
प्रश्न - जिम्नोस्पर्म और एंजियोस्पर्म में कोई दो अंतर लिखो ।
उत्तर -
जिम्नोस्पर्म | एंजियोस्पर्म |
1. ये नग्न बीज उत्पन्न करते हैं । 2. ये पौधे बहुवर्षीय सदाबहार तथा काष्ठीय होते हैं । |
1. ये फल के अंदर बीज उत्पन्न करते हैं । 2. इनमें पुष्पी पादप होते हैं । |
प्रश्न - एनीमीलिया जगत् को कितने भागो में बाँटा गया हैं ?
उत्तर - एनीमीलिया जगत् को दो भागों में बाँटा गया हैं:-
1. कशेरूकी
2. अकशेरूकी
प्रश्न - जीवों के वर्गीकरण के क्या लाभ है ?
उत्तर - जीवों के वर्गीकरण के लाभ -
1. यह जीवोें के विभिन्न समूहो के बीच संबंध बताता हैं ।
2. यह जीवों के विकास के बारे में बताता है।
3. यह विविध जीवों के अध्ययन को सरल बनाता है।
प्रश्न - वर्गीकरण विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है ?
उत्तर - केरोलस लिनियस ।
प्रश्न - मनुष्य का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
उत्तर - होमो सेपियन्स ।
प्रश्न - मेंढक का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
उत्तर - राना टिग्रीना ।
प्रश्न - बिल्ली का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
उत्तर - फेलिस डोमेस्टिका ।
प्रश्न: बाघ का वैज्ञानिक नाम लिखिए |
उत्तर: फैलिस फोरेस्टिका |
प्रश्न - द्वि-नाम पद्धति से आप क्या समझते है ?
उत्तर - प्रत्येक जीवों को सही पहचान के लिए दो नाम रखे गए है । एक पहला जीनस और दूसरा स्पीशीज का होता है । जिसे वैज्ञानिक नाम से जाना जाता है। जैसे - मनुष्य का वैज्ञानिक नाम होमो सेपियन्स है । होमो - मनुष्य के जीनस (वंश ) का नाम है । सेपियन्स - मनुष्य के स्पीशीज ;जाति ) का नाम है ।
प्रश्न - द्वि-नाम पद्धति के क्या लाभ है ?
उत्तर - हम जीवों को उनके समान्य नाम से नहीं पहचान नही कर सकते है। क्योंकि हर भाषा और क्षेत्र में जीवों का अलग अलग नाम है। जब हमें किसी जीव की वैज्ञानिक नाम का पता हो तो हम असानी से उसकी पहचान कर सकते हैं। द्वि-नाम पद्धति में पहला नाम जीनश तथा दूसरा नाम स्पिशिज का होता है।
प्रश्न - जीव जगत का सबसे बडा फाइलम कौन सा है ?
उत्तर - आर्थोपोडा ।
प्रश्न - जीव जगत का वह कौन सा फाइलम है जिसमें जीवों के शरीर खण्डयुक्त और पैर जुडे हुए होता है ।
उत्तर - आर्थोपोडा ।
प्रश्न - उस फाइलम का नाम बताइए जिनके शरीर पर कवच होता है ?
उत्तर - मोलस्क ।
प्रश्न - स्पाइरोगाइरा क्या है ?
उत्तर - स्पाइरोगाइरा एक शैवाल है । ये मुख्य रूप से जल में पाया जाता है । यह पादप जगत के थैलोफाइटा वर्ग का जीव हैं ।
प्रश्न - पादप जगत का वह कौन सा वर्ग है जिसे पादप वर्ग का उभयचर कहा जाता है ?
उत्तर - ब्रायोफाइटा ।
प्रश्न - बीजाणु किसे कहते है ?
उत्तर - थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, और टेरिडोफाइटा में नग्न भ्रूण पाए जाते है जिन्हें बीजाणु (spore ) कहा जाता है ।
प्रश्न - सरलतम पौधों को किस वर्ग में रखा गया है ?
उत्तर - थैलोफाइटा।
प्रश्न - जीवों के वर्गीकरण में कोशिकिय संरचना का अधार क्या है?
उत्तर - प्रोकैरियोटी कोशिका तथा यूकैरियोटी कोशिका ।
प्रश्न - प्लांटी जगत के कौन कौन से पादपों को क्रिप्टोगैम कहा जाता है। और क्यो ?
उत्तर - थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, और टेरिडोफाइटा को क्रिप्टोगैम कहा जाता है। क्योकि इनमें बीज उत्पन्न करने की क्षमता नही होती है।
प्रश्न - टेरिडोफाइटा और फैनरोगैम में क्या अंतर है।
उत्तर -
टेरिडोफाइटा -
1. इनमें बीज उत्पन्न करने की क्षमता नही होती है।
2. इनमें जननांग प्रत्यक्ष होते है ।
फैनरोगैम -
1. जनन प्रक्रिया के पश्चात् बीज उत्पन्न करते है।
2. जनन उतक पूर्ण विकसित होते हैं ।
प्रश्न: बाह्य कंकाल एवं अंत: कंकाल में अंतर लिखिए |
उत्तर: बाह्य कंकाल एवं अंत:कंकाल में निम्न अंतर है |
बाह्य कंकाल |
अंत: कंकाल |
1. शरीर के बाहरी भाग में स्थित कठोर भाग को बाह्य कंकाल कहते है | 2. यह शरीर को आकार एवं रक्षा दोनों प्रदान करता है | 3. यह काईटिन एवं कैल्शियम कार्बोनेट का बना होता है | 4. उदाहरण-आर्थोपोडा, इकाइनोडर्मेटा एवं मोलस्का आदि | |
1. शरीर के भीतरी भाग में पाए जाने वाले कठोर भाग को अंत:कंकाल कहते है | 2. यह शरीर को केवल आकार प्रदान करता है | 3. यह अस्थि एवं उपास्थि का बना होता है | 4. उदाहरण-मत्स्य, उभयचर, सरीसृप, पक्षी एवं स्तनपायी आदि | |
प्रश्न: एक बीजपत्री तथा द्विबीजपत्री में क्या अंतर है ?
उत्तर:
एक बीजपत्री |
द्वि बीजपत्री |
1. इसमें एक बीजपत्र होता है | 2. उदाहरण: पेफियोपेडिलम |
1. इसमें दो बीजपत्र होते हैं | 2. उदाहरण: आइपोमिया |
प्रश्न - पोरिफेरा जीवों में अनेक छिद्र पाये जाते हैं । इन जीवों में इन छिद्र का क्या कार्य है ?
उत्तर - इन छिद्रों के माध्यम से ये जीव जल, ऑक्सिजन और भोज्य पदार्थो का संचरण करते है ?
प्रश्न - पोरिफेरा समुह के जीव समान्यतः कहाँ पाये जाते है ? इनकी शरीर की बनावट कैसी होती है ?
उत्तर - ये समुद्री अवास में पाये जाते हैं । इनका शरीर कठोर आवरण अथवा बाह्य कंकाल से ढका होता हैं ।
प्रश्न - पोरिफेरा समुह के जीवों को समान्यतः किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर - स्पांज के नाम से ।
प्रश्न - जीवों के उस समुह का नाम बताइए जिनकी त्वाचा शल्क और प्लेटों से ढकी रहती हैं ।
उत्तर - मत्स्य वर्ग ।
प्रश्न - प्राणी जगत के उस वर्ग का नाम लिखिए जिनमें नवजात के पोषण के लिए दुग्ध ग्रंथियाँ पाई जाती है।
उत्तर - स्तनधारी वर्ग ।
प्रश्न - उस स्तनधारी का नाम बताओं जो अंडे देते है ?
उत्तर - इकिड्ना और प्लेटिपस ।
प्रश्न - सभी कशेरूकी जीवों में कौन कौन से लक्षण पाये जाते है ?
उत्तर - सभी कशेरूकी जीवों में निम्नलिखित लक्षण पाये जाते है।
1. नोटोकार्ड
2. पृष्ठनलनीय कशेरूक दंड एवं मेरूरज्जु
3. त्रिकोरिक शरीर
4. युग्मित क्लोम थैली
5. देहगुहा
प्रश्न - व्हेल किस अंग से साँस लेता है ?
उत्तर - फेफडे से ।
प्रश्न - पक्षी वर्ग एवं स्तनधारी में अंतर लिखिए ।
उत्तर -
पक्षी | स्तनधारी |
1. इनका शरीर पंखो से ढके रहते है। 4. उदाहरण : कबूतर, मुर्गी आदि | |
1. शरीर पर बाल युक्त त्वाचा पाया जाता है । 4. उदाहरण: मनुष्य, गाय, चूहा, बिल्ली आदि | |