महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर :-
प्रश्न 1. ब्रह्मिका साड़ी भारत के किस देश में अधिक लोकप्रिय थी?
उत्तर: यह साड़ी प्रमुख रूप से बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय थी|
प्रश्न 2. महात्मा गाँधी ने लुंगी-कुर्ता पहनने का प्रयोग कब शुरू किया?
उत्तर: 1913 ईo में डरबन (दक्षिण अफ्रीका) में महात्मा गाँधी ने पहली बार यह परिधान धारण किया|
प्रश्न 3. फ़्रांस में सम्प्चुअरी कानून कब से कब तक लागू रहे?
उत्तर: फ़्रांस में सम्प्चुअरी कानून 1294 ईo से 1789ईo तक प्रभावी रहा|
प्रश्न 4. 1870 ईo के दशक में अमेरिका में पोशाक सुधार के समर्थको के क्या विचार थे?
उत्तर: (i) कपड़ो को सरल बनाया जाए|
(ii) कार्सेट का परित्याग किया जाए|
(iii) स्कर्ट की लंबाई छोटी की जाए|
प्रश्न 5. 20 वीं सदी की शुरुआत में कृत्रिम रेशों से बने कपड़ो की मांग क्यों बढ़ गई थी?
उत्तर: ये कपड़े पूर्व प्रचलित कपड़ो की तुलना में सस्ती, हल्के, आराम दायक होते थे| इन कपड़ो को पहनना और साफ़ करना आसन था|
प्रश्न 6. दकियानूसी वर्ग के लोग क्यों पोशाक सुधार का विरोध कर रहे थे?
उत्तर: उनका ऐसा मनना था कि इससे महिलाओ की शालीनता, खूबसूरती और जनानापन समाप्त हो जाएगा|
प्रश्न 7. जैकोबिन क्लब्ज़ के सदस्य स्वयम को क्या कहते थे?
उत्तर: जैकोबिन क्लब्ज़ के लोग स्वयं को सेन्स क्लोट्टीज़ कहते थे|
प्रश्न 8. स्वदेशी आंदोलन ने किस बात पर विशेष बल दिया?
उत्तर: भारत में बने माल का अधिक-से-अधिक देशवासियों द्वारा प्रयोग और विदेशी माल का बहिष्कार|
प्रश्न 9. फ्रांसीसी क्रांति के बाद परिधान संहिता में क्या-क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति के बाद परिधान संहिता में निम्नलिखित परिवर्तन हुए:
(i) लाल टोपी को स्वतंत्रता की निशानी के रूप में पहने जाने लगा|
(ii) कीमती वस्त्रों के स्थान पर सादगीपूर्ण वस्त्रो का प्रचलन आरंभ हुआ, जिससे समानता की भावना प्रदर्शित हुई|
(iii) तिरछी टोपियाँ और पतलून भी प्रचलन में आ गई थी| फ्रांसीसी क्रांति के उपरांत यद्यपि परिधान संबंधी कानूनों का अंत हो गया था परन्तु आर्थिक विभिन्नता के कारण अब भी निम्न वर्ग उच्च वर्गों के समान वस्त्र नहीं पहन सकता था|
(iv) महिलाओ और पुरुषो ने ढीले-ढाले आरामदेह वस्त्रो को पहनना आरंभ करदिया|
(v) वस्त्रों के रंगों के चयन में फ्रांसीसी तिरंगे के तीन रंगों (नीला, सफ़ेद, लाल ) को अधिक महत्व दिया जाने लगा| इन्हें पहनना देशभक्ति का पर्याय बन गया|
प्रश्न 10. त्रावणकार रियासत की शनार जाति पर लागू प्रतिबंधो का उल्लेख कीजिए|
उत्तर: (i) ऊँची जाति वालों के सामने शनार स्त्री-पुरूष शरीर के ऊपरी भाग को नहीं ढक सकते थे|
(ii) शनार लोग सोने के आभूषण नहीं पहन सकते थे|
(iii) शनार लोग जूते नहीं पहन सकते थे|
(iv) शनार लोग छतरी लेकर नहीं चल सकते थे|
प्रश्न 11. ब्रिटेन में नई सामग्री से नई प्रोद्योगिकी ने किस तरह के सुधार लाने में सहायता की ?
उत्तर: 17 वीं सदी से पहले फ्लैक्स, लिनेन या ऊन से बने भुत कम कपड़े प्रयोग में लाए जाते थे| किंतु 1600 ई. के बाद भारत के साथ व्यापार के चलते सस्ती व रख-रखाव में आसान भारतीय छींट यूरोप लाइ गई| उन्नीसवीं सदी में यूरोप में अधिकाधिक लोग सूती कपड़ो तक पहुँच हो गयी| बीसवीं सदी के प्रारंभ तक सस्ते, टिकाऊ एवं रखरखाव तथा धुलाई में आसान कृत्रिम रेश से बने कपड़े प्रयोग इए जाने लगे|
प्रश्न 12. इंग्लैंड की लड़कियों को बचपन में क्या शिक्षा दी जाती थी?
उत्तर: इंग्लैंड की लडकियों को बचपन में घर व स्कूल में यह शिक्षा दी जाती थी कि पतली कमर रखना उनका नारी सुलभ कर्तव्य है| सहनशीलता स्त्रीत्व का आवश्यक गुण हैं| आकर्षक व स्त्रियोचित दिखने के लिए उनका कार्सेट पहनना आवश्यक था| इसके लिए शारीरिक कष्ट या यातना भोगना मामूली बात मणि जाती थी|