अध्याय 14. जल
अभ्यास:
Q1. नीचे दिए गए रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) जल को वाष्प में परिवर्तित करने के प्रक्रम को ____________ कहते हैं |
(ख) जलवाष्प को जल में परिवर्तित करने के प्रक्रम को ____________ कहते हैं |
(ग) एक वर्ष या इससे अधिक समय तक वर्षा न होना उस क्षेत्र में ________ लाता है |
(घ) अत्यधिक वर्षा से ______________ आती है |
उत्तर:
(क) वाष्पीकरण
(ख) संघनन
(ग) सुखा
(घ) बाढ़
Q2. नीचे लिखे में से प्रत्येक का क्या यह वाष्पन अथवा संघनन के कारण से है |
(क) ठंडे जल से भरे गिलास की बाहरी सतह पर जल की बूंदों का दिखना |
(ख) गीले कपड़ों पर इस्त्री करने पर भाप का ऊपर उठना |
(ग) सर्दियों में प्रातःकाल कोहरे का दिखना |
(घ) गीले कपड़े से पोंछने के बाद श्यामपट्ट कुछ समय बाद सुख जाता है |
(ङ) गर्म छड़ के ऊपर जल छिड़कने से भाप का ऊपर उठना |
उत्तर:
(क) संघनन
(ख) वाष्पीकरण
(ग) संघनन
(घ) वाष्पीकरण
(ङ) वाष्पीकरण
Q3. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है ?
(क) वायु में जलवाष्प केवल मानसून के समय में उपस्थित रहती हैं| ( )
(ख) जल महासागरों, नदियों तथा झीलों से वाष्पित होकर वायु में मिलता है परन्तु भूमि से वाष्पित नहीं होता | ( ) (ग) जल के जलवाष्प में परिवर्तन की प्रक्रिया वाष्पन कहलाती है | ( )
(घ) जल का वाष्पन केवल सूर्य के प्रकाश में ही होता है |( )
(ङ) वायु की ऊपरी परतों में, जहाँ यह और अधिक ठंडी होती है, जलवाष्प संघनित होकर छोटी-छोटी जलकणिकाएँ बनाती है |( )
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) असत्य
(ग) सत्य
(घ) असत्य
(ङ) सत्य
Q4. मान लीजिए कि आप अपनी स्कूल यूनिफार्म को वर्षा वाले दिन शीघ्र सुखाना चाहते हैं | क्या इसे किसी अँगीठी या हीटर के पास फ़ैलाने पर इस कार्य में सहायता मिलेगी ? यदि हाँ, तो कैसे ?
उत्तर : हाँ, तापमान बढ़ने से वाष्पन की दर बढ़ जाती है | जब हम अँगीठी या हीटर के पास कपडे फैलायेंगे तो इसमें जल के कणों का वाष्पीकरण तेज हो जाएगी | जिससे कपडे जल्द सुख जायेंगे |
Q5. एक जल की ठंडी बोतल रेफ्रीजिरेटर से निकालिए और इसे मेज पर राखिये | कुछ समय पश्चात् आप इसके चारों ओर जल की गड्ड-मड्ड बुँदे देखेंगे | क्यों ?
उत्तर : वायु में उपस्थित जलवाष्प, जल की ठंठी बोतल के संपर्क में आने से संघनित हो जाता है और जल की बूंदों की रूप में बोतल की सतह पर जाता है | ये जल की बुँदे ठंठी बोतल की नहीं बल्कि ये जल वायु में जलवाष्प के रूप में मौजूद रहता है | वही हमें संघनित होकर बोतल की सतह पर दिखाई देता है |
Q6. चश्मों के लेंस साफ करने के लिए लोग उस पर फूँक मारते हैं तो लेंस भींग जाते हैं | लेंस क्यों भींग जाते हैं ? समझाइए |
उत्तर : जब हम लेंस पर फूंक मारते है तो हमारे मुँह से गर्म हवा निकलती है जिसमें जलवाष्प की भी मात्रा होती है, यह जलवाष्प लेंस पर जब पड़ता है तो चूँकि लेंस ठंठा होता है | वह अपने पर पड़ने वाले जलवाष्प को संघनित कर देता है जिससे भींग जाता है |
Q7. बादल कैसे बनते हैं ?
उत्तर : जैसे-जैसे हम पृथ्वी के पृष्ठ ऊपर जाते हैं ताप कम हो जाता है। जैसे-जैसे वायु ऊपर उठती जाती है, ठंडी होती जाती है। पर्याप्त ऊँचाई पर वायु इतनी ठंडी हो जाती है कि इसमें उपस्थित जलवाष्प संघनित होकर छोटी-छोटी जल की बूँदों में परिवर्तित हो जाता है, जिन्हें जलकणिका कहते हैं । ये ही छोटी जलकणिकाएँ, जो वायु में तैरती रहती हैं, हमें बादलों के रूप में दिखाई देती है | इस प्रकार बादलों का निर्माण होता है |
Q8. सूखा कब पड़ता है ?
उत्तर : मृदा से वाष्पन एवं वाष्पोत्सर्जन द्वारा लगातार जल की क्षति होती रहती है , और जब बहुत लम्बे समय से वर्षा न तो जाती है | जिससे मृदा की नमी में कमी आ जाती है | चूँकि वर्षा न होने से मृदा में जल वापस नहीं आ पाता है इसलिए मृदा सुख जाता है | उस क्षेत्र के तालाबों और कुँओं में जल का स्तर गिर जाता है और उनमें से कुछ सूख भी जाते हैं। भौम-जल की भी कमी हो जाती है।