4 अंक के प्रश्न :
प्रश्न 1- संयोजकता क्या है ? इसे कैसे ज्ञात किया जाता है | उदाहरण सहित समझाइए |
उत्तर - परमाणु के बाह्यतम कक्ष में उपस्थित इलेक्ट्रॉनो को अपना अष्टक पूरा करने के लिए जितने इलेक्ट्रॉनो की साझेदारी या स्थानांतरण होता है, वही उस तत्व का संयोजन - शक्ति या संयोजकता कहते है।
किसी तत्व का संयोजकता उसके बाह्यतम कक्ष में उपस्थित इलेक्ट्रॉनो की संख्या पर निर्भर करता है। यदि बाह्यतम कक्ष में उपस्थित इलेक्ट्रॉनो की संख्या 1, 2, 3, और 4 हो तो उनकी संयोजकता क्रमशः 1, 2, 3, और 4 होंगी। यदि बाह्यतम कक्ष में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या 5, 6, 7 और 8 हो तो उनकी संयोजकता क्रमशः 3, 2, 1 और 0 होंगी ।
प्रश्न 2- परमाणु के उस अनावेशित कण का नाम बताये जो परमाणु के नाभिक में उपस्थित होता है।
उत्तर - न्युट्रान।
प्रश्न 3- अगर किसी परमाणु का K और L कोश भरा हो तो उस परमाणु में
1. इलेक्ट्रॉनो की संख्या क्या होगी?
2. उस तत्व का नाम लिखे।
3. जिस किसी भी तत्व के बाह्यतम कोश भरा हो तो उस तत्व की प्रकृति क्या होगी?
उत्तर -
1. इलेक्ट्रॉनो की संख्या 2़ + 8 = 10 होगी।
2. निऑन
3. जिस किसी भी तत्व के बाह्यतम कोश भरा हो तो वह तत्व अक्रिय गैस होता है वह किसी परमाणु से साझेदारी नही करता है।
प्रश्न 4- समस्थानिकों के तीन अनुप्रयोग लिखे ।
उत्तर - समस्थानिको के उपयोग हम विभिन्न क्षेत्रो में करते है।
1. यूरेनियम के एक समस्थानिक का उपयोग परमाणु भट्टी में ईंधन के रूप में किया जाता है।
2. कैंसर के उपचार में कोबाल्ट के समस्थानिक का उपयोग किया जाता है।
3. घेंघा रोग के इलाज में आयोडिन के समस्थानिक का उपयोग किया जाता हैै।
प्रश्न 5- रदरफोर्ड के प्रयोगो के आधार पर परमाणु का नाभकीय - मॉडल के क्या लक्षण थे ?
उत्तर - रदरफोर्ड के प्रयोगो के आधार पर परमाणु का नाभकीय-मॉडल के निम्नलिखित लक्षण थे।
1. परमाणु का केन्द्र धन आवेशीत होता है जिसे नाभिक कहा जाता है।
2. एक परमाणु का लगभग सम्पूर्ण द्रव्यमान नाभिक में होता है।
3. इलेक्ट्रान नाभिक के चारो ओर निश्चित कक्षाओं में चक्कर लगाते है।
4. नाभिक का आकार परमाणु की तुलना में काफी कम होता हैं।
5. परमाणु में इलेक्ट्रॉनो की संख्या प्रोट्रॉनो की संख्या के बराबर होता है।
प्रश्न 6- परमाणु केन्द्रक या नाभिक की खोज किसने, और कैसे की ?
उत्तर - परमाणु केन्द्रक की खोज रदरफोर्ड ने की, उन्होने तेज गति से चल रहे अल्फा कणों को सोने की पतली पन्नी पर टकराया गया । जिसके परिणाम से पता चला कि परमाणु में अधिकांश भाग खाली है जहाँ से अल्फा कण बीना टकराये पन्नी से सीधे निकल गये परन्तु कुछ अल्फा कण पन्नी के द्वारा बहुत छोटे कोण से विक्षेपित हुए। जहाँ से ये कण विक्षेपित हुए थे | दरअसल वह परमाणु का नाभिक अर्थात केन्द्रक था । इसप्रकार रदरफोर्ड ने नाभिक की खोज की ।
प्रश्न 7- टामसन की परमाणु मॉडल की व्याख्या कीजिए।
उत्तर - टॉमसन ने परमाणुओं की संरचना से संबंधित एक मॉडल प्रस्तुत किया , जो तरबुज कि तरह था । उन्होंने इसके लिए निम्न मॉडल प्रास्तावित किया।
(i) परमाणु धनआवेशित गोलेे का बना होता है और इलेक्ट्रॉन उसमें धंसे होते है।
(ii) ऋणात्मक और धनात्मक आवेश परिणाम में समान होते है। इसलिए परमाणु वैद्युतीय रूप से उदासीन होता है।
प्रश्न 8- रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की व्याख्या कीजिए।
उत्तर - रदरफोर्ड ने जो परमाणु मॉडल प्रस्तुत किया उसके अनुसार:
(i) परमाणु के भीतर का अधिकतर भाग खाली है क्योंकि अधिकतर अल्फा कण बिना विक्षेपित हुए सोने की पन्नी से बाहर निकल जाते है।
(ii) बहुत कम कण अपने मार्ग से विक्षेपित होते है जिससे यह ज्ञात होता है कि परमाणु में धन आवेशित भाग बहुत कम होता है।
(iii) ये धन आवेशित भाग परमाणु का नाभिक होता है।
(vi) इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाते है।
प्रश्न 9- रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की सीमाए लिखिए।
उत्तर - रदरफोर्ड ने बताया कि इलेक्ट्रान परमाणु के चरों और वर्तुलाकार चक्कर लगाते और और उर्जा क्षयित करते रहते है | यदि ऐसा है तो इलेक्ट्रान चक्कर लगाते हुए नाभिक से टकरा जायेंगे जिससे परमाणु अस्थिर हो जायेगा | वैद्युत चुम्कीय सिद्धांत के अनुसार रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल, परमाणु को अस्थिर बनाता है जबकि परमाणु स्थायी होता है।
प्रश्न 10- नील्स बोर के परमाणु मॉडल की व्याख्या कीजिए।
उत्तर - नील्स बोर अपने परमाणु मॉडल की निम्न अवधारणाएॅ प्रस्तुत कीं -
(i) इलेक्ट्रॉन केवल कुछ निश्चित कक्षाओं में ही चक्कर लगा सकते है, जिन्हें इलेक्ट्रॉन की विविक्त कक्षा कहते है।
(ii) जब इलेक्ट्रॉन इस विविक्त कक्षा में चक्कर लगाते है तो उनकी उर्जा का विकिरण नहीं होता।