अध्याय 10. गुरुत्वाकर्षण
द्रव्यमान (Mass): द्रव्यमान किसी वस्तु में पदार्थ कि कुल मात्रा होता है, जो वस्तु के जड़त्व की माप होता है |
इसका मात्रक kg (किलोग्राम) होता है | यह एक आधारभूत भौतिक राशि है |
किसी वस्तु के द्रव्यमान का गुण :
(i) यह किसी वस्तु में उपस्थित पदार्थ की मात्रा होता है |
(ii) यह किसी वस्तु की जड़त्व का माप होता है |
(iii) वस्तु का द्रव्यमान स्थिर रहता है |
(iv) स्थान परिवर्तन पर वस्तु का द्रव्यमान बदलता नहीं है |
(v) वस्तु का द्रव्यमान बढ़ने पर उस वस्तु का जड़त्व कि माप भी बढ़ता है, अर्थात किसी वस्तु का जितना द्रव्यमान होगा उस वस्तु का जडत्व भी उतना ही होगा |
भार (Weight) : वह बल जिसके द्वारा कोई वस्तु पृथ्वी कि ओर आकर्षित होती है वस्तु का भार कहलाता है |
संक्षेप में,
वस्तु पर पृथ्वी का आकर्षण बल वस्तु का भार कहलाता है |
इसे 'W' से दर्शाते हैं | भार भी एक बल है इसलिए इसका मात्रक भी बल वाला ही होता है अर्थात kgm-2 या N (न्यूटन) |
किसी वस्तु के भार के गुण :
(i) भार वह बल है जो उर्ध्वाधर दिशा में नीचे की ओर लगता है |
(ii) इसमें परिमाण तथा दिशा दोनों होते हैं इसलिए भार एक सदिश राशि है |
(iii) वस्तु का भार (W) वस्तु के द्रव्यमान (m) के समानुपाती होता है, अर्थात W : m होता है |
(iv) किसी वस्तु का भार इसके स्थान पर निर्भर करता है |
(v) किसी वस्तु का भार प्रत्येक स्थान पर अलग-अलग हो सकता है |
पृथ्वी का यह आकर्षण बल दो कारकों पर निर्भर करता है :
(i) वस्तु के द्रव्यमान (m) पर
(ii) पृथ्वी के गुरुत्वीय बल के कारण त्वरण (g) पर