मांग में वृद्धि : मांग में वृद्धि से अभिप्राय: है दी गयी कीमत पर मनही गई वस्तु की अधिक मात्रा से है अथवा ऊँच्ची कीमत पर समान मांग से है |
मांग वृद्धि के कारण :
(i) प्रतिस्थापन वस्तु की कीमत ने वृद्धि |
(ii) पूरक वस्तु की कीमत के कमी |
(iii) उपभोक्ता की आय में वृद्धि |
(iv) वस्तु में उपभोक्ता की रूचि एवं पसंद का बढ़ना |
मांग में कमी : जब दी गई कीमत पर वस्तु की मांगी गई कम मात्रा से है अथवा कीमत कम होने पर मांगी गई समान मात्रा से है |
मांग में कमी के कारण :
(i) उपभोक्ता की आय में गिरावट
(ii) प्रतिस्थापन वस्तु की कीमत में गिरावट
(iii) पूरक वस्तु की कीमत में वृद्धि
(iv) उपभोक्ता की रूचि में प्रतिकूल प्रभाव
मांग वक्र में खिसकाव : समान कीमत पर किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा में कमी से मांग वक्र बाई ओर खिसकता है और समान कीमत पर ही यदि वस्तु की मांगी गई मात्रा में वृद्धि होती है तो मांग वक्र दाई ओर खिसक जाता है इसे ही मांग वक्र में खिसकाव कहते है |
मांग में कमी और मांग में संकुचन में अंतर:
मांग में कमी | मांग में संकुचन |
1. इसका तात्पर्य मांग वक्र में खिसकाव से है | 2. इसमें मांग वक्र में बाई ओर खिसकाव आता है | 3. यह उपभोक्ता की आय में कमी, प्रतिस्थापन वस्तु की कीमत में कमी, उपभोक्ता की रूचि और पूरक वस्तु की कीमत में वृद्धि के कारण होता है | |
1. इसका तात्पर्य मांग वक्र के चलन से है | 2. इसमें उपभोक्ता बाई तरफ ऊपर की ओर उसी मांग वक्र में चलता है | 3. वस्तु की कीमत में वृद्धि के कारण होता है |
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