Assignment :
स्रावित होने वाले हाॅर्मोन का समय और मात्रा का नियंत्रण:
स्रावित होने वाले हाॅर्मोन का समय और मात्रा का नियंत्राण पुनर्भरण क्रियाविधि से किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि रुधिर में शर्करा स्तर बढ़ जाता है तो इसे अग्न्याशय की कोशिका संसूचित कर लेती है तथा इसकी अनुक्रिया में अधिक इंसुलिन स्रावित करती है। जब रुधिर में स्तर कम हो जाता है तो इंसुलिन का स्रावण कम हो जाता है।
हार्मोन्स (Harmones) : वे रासायनिक पदार्थ जो जंतुओं या पादपों में नियंत्रण और समन्वय का कार्य करते हैं | हार्मोन्स कहलाते हैं |
जंतुओं में हार्मोन का बनना :
जंतुओं में हार्मोन अंत:स्रावी ग्रंथियों में बनता है |
मनुष्य में अथवा जंतुओं में ग्रंथियां दो प्रकार की होती हैं | जो निम्न हैं -
(1) अंत: स्रावी ग्रंथियाँ :
(2) बाह्य-स्रावी ग्रंथियाँ :
(1) अंत: स्रावी ग्रंथियाँ : नलिकाविहीन ग्रंथियों को अंत: स्रावी ग्रंथियाँ कहते हैं | जैसे - पिनियल ग्रंथि, पिट्यूटरी ग्रंथि, थाइरोइड ग्रंथि, पाराथाइराइड ग्रंथि, थाइमस ग्रंथि, एड्रिनल ग्रंथि, अंडाशय (ओवरी) (मादाओं में) और वृषण (नर में) आदि|
(2) बाह्य-स्रावी ग्रंथि : वे ग्रंन्थियाँ जिनका स्राव नलिकाओं के द्वारा होता है बाह्य-स्रावी ग्रंथि कहलाती हैं | जैसे - यकृत, अग्नाशय और लैक्रिमल ग्रंथि आदि|
फाइटोंहार्मोन या पादपहार्मोन :
वे रसायनिक पदार्थ तो पादपों में नियंत्रण तथा समन्वय का कार्य करते है, फाइटोंहार्मोन या पादप हार्मोन कहलाते है।
ये कितने पांच प्रकार के होते है -
1. ऑक्सीन (Auxins) :
(i) पौधे में कोशिका विवर्धन तथा कोशिका विभेदन को बढावा देते है।
(ii) ऑक्सीन फलों की वृद्धि को बढावा देते है।
(iii) कोशिकाओं की लंबाई में वृद्धि करते है।
2. जिबरेलीन (Gibberllin) :
(i) ऑक्सीन की उपस्थिति में जिबरेलिन पौधे में कोशिका विवर्धन तथा कोशिका विभेदन को बढावा देते है।
(ii) फलों तथा तनों की वृद्धि को बढावा देते है।
3. साइटोकाइनीन ;ब्लजवापदपदेद्ध
पौधे में कोशिका विभाजन को बढावा देते है।
फलों को खिलने में सहायता करता है।
4. ऐब्सिसिक अम्ल (Absesic Acid) :
(i) पौधें में वृद्धि को रोकता/नियंत्रित करता है।
(ii) पौधों में जल ह्रास को नियंत्रित करता है।
(iii) पौधों में प्रोटिन के संश्लेषण को प्रोत्साहित करता है।
5. इथिलीन
यह फलों को पकने के लिए प्रेरित करता है।
मादा पुष्पों की संख्या बढाता है।
तनों को फुलने में सहायता करता है।
Q1. तंत्रिका कोशिका के उस भाग का नाम लिखिए :
(i) जहाँ सूचनाएँ उपर्जित की जाती हैं,
(ii) जिससे होकर सूचनाएँ विद्युत आवेग की तरह यात्रा करती हैं, तथा
(iii) जहाँ इस आवेग का परिवर्तन रासायनिक संवेफत में किया जाता है जिससे यह आगे संचरित हो सके।
Q2.