अतिरिक्त प्रश्नोत्तर:
प्रश्न 1- पौधो में वाष्पोत्सर्जन के कार्यो का उल्लेख करें ।
उत्तर - पौधो की पत्तों में छोटे- छोटे छिद्र होते हैं जिन्हें स्टोमेटा कहते हैं ।
(ii) इन पर रक्षी कोशिकाएँ होती है जो गैसो का आदान प्रदान करती हैं ।
(iii) ये ये पृथ्वी से प्राप्त जल का वाष्पन करती है ।
(iv)वाष्पोत्सर्जन की क्रिया भी स्टोमेटा के द्वारा होती हैं ।
प्रश्न 2- सरल ऊतको के कितने प्रकार हैं ?
उत्तर - सरल ऊतको के तीन प्रकार हैं :-
1. पैरेंकाइमा ( मृदुतक )
2. कालें काइमा ( स्थूल कोण ऊतक )
3. स्क्लेरेंकाइमा ( दृढ़ ऊतक )
प्रश्न 3 - कोशिका भित्ती के आधार पर पैरेन्काइमा , कॉलेन्काइमा, स्क्लेरेन्काइमा के बीच भेद स्पष्ट करों ।
उत्तर -
पैरेंकाइमा :
(i) ये जीवित कोशिकाएँ होती हैं |
(ii) कोशिका भित्ति पतली होती हैं |
(iii) इनकी कोशिकाओं के बीच काफी रिक्त स्थान होता है |
(iv) यह ऊतक भोजन का भण्डारण करता है और पौधों को सहायता प्रदान करता है|
कॉलेन्काइमा :
(i) ये जीवित कोशिकाएँ होती हैं |
(ii)कोशिका भित्ति मोटी होती है |
(iii)अंतरकोशिकीय अवकाश उपस्थित होती |
(iv)यह पौधों यांत्रिक सहायता प्रदान करता है |
स्क्लेरेन्काइमा :
(i) ये मृत कोशिकाएँ होती हैं |
(ii) कोशिका भित्ति मोटी होती है |
(iii) अंतरकोशिकीय अवकाश अनुपस्थित होती है |
(iv) यह पौधों के भागों को मजबूती प्रदान करता है |
प्रश्न 4 - फ्लोएम के संघटक कौन-कौन से हैं ?
उत्तर - 1. चालनी नलिका
2. साथी कोशिकाएँ
3. फ्लोएम पैरेंकाइमा
4. फ्लोएम रेशे
प्रश्न 5 - हृदय पेशी के तीन लक्षणो को बताएँ ।
उत्तर - 1. हृदय पेशी अनैच्छिक पेशियो से बनती हैं । इन्हें कार्डिक पेशी कहते हैं ।
2. यह बेलनाकार, शाखाओ वाली आक्र एक केंद्रकीय होती हैं ।
3. यह जीवन भर लयबद्ध होकर प्रसार एवं संकुचन करती हैं ।
प्रश्न 6 - पौधों में पाए जाने वाले दो संवहन उतकों के नाम लिखिए और प्रत्येक का कार्य लिखिए ।
उत्तर - पौधों में पाए जाने वाले दो संवहन उतक है ।
1. जाइलम ।
2. फ्लोएम ।
फ्लोएम का कार्य :- यह प्रकाश संश्लेषण द्वारा बनाए गए भोजन को पौधों की पतियों से पौधें के अन्य भागों तक पहुॅचाता है।
जाइलम का कार्य :- जाइलम जडों द्वारा अवशोषित पानी और खनिज लवणों का उर्ध्वाधर संवहन करता है तथा पौधें के अन्य भागों तक पहुॅचाता है।
प्रश्न 7 - जंतु उतकों के नाम लिखिए ।
उत्तर - जंतु उतक निम्न है।
1. एपिथिलियम उतक :- ये भिन्न भिन्न प्रकार के शारीरिक यंत्रों को एक दूसरे से अलग करने के लिए अवरोध का निर्माण करते है । जैसे - त्वचा , मुॅह , आहार नली आदि ।
2. संयोजी उतक :- रक्त , अस्थि और उपास्थि संयोजी उतक के उदाहरण है । इनकी कोशिकाए आपस में कम जुडी होती है और अंतरकोशिकिय आधात्री में धंसी होती है।
3. पेशिय उतक :- पेशिय उतक हमारे शरीर में गति के लिए उतरदायी होता है , पेशियों में एक विशेष प्रकार का सिकुडने वाला प्रोटीन होता है जिसके कारण संकुचन और प्रसार होता है। पेशिय उतक दो प्रकार के होते है ।
(i) ऐच्छिक पेशी
(ii) अनैच्छिक पेशी या कार्डियक पेशी
4. तंत्रिका उतक : - मस्तिष्क , मेरूरज्जु तथा तंत्रिकाए तंत्रिका उतक से बनी होती है। ये संवेदनाए पहुॅचाने का कार्य करती है।
प्रश्न 8 - तीनो प्रकार के पेशीय रेशो के चित्र बनाकर अंतर स्पष्ट करो ।
उत्तर -
ऐच्छिक पेशी :
1. ये प्रायः अस्थियों से जुड़ी होती है ।
2. ये ऐच्छिक होती हैं ।
3. इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियां होती हैं । इसलिए इन्हें रेखित पेशियां भी कहते हैं ।
4. ये लेबी बेलनाकार, शाखारहित और बहुनाभीय होती हैं।
अनैच्छिक पेशी :
1. ये आँख की पलको, मूत्रवाहिनी और फेफड़ो की श्वसनी में होती हैं ।
2. ये अनैच्छिक होती हैं ।
3. इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियां नहीं होती हैं ।
4. ये लेबी, एक केंद्रकीय और एक सिरे से नुकीली होती हैं |
हृदय पेशी :
1. ये हृदय में पायी जाती हैं।
2. ये अनैच्छिक होती हैं ।
3. इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियां नहीं होती हैं ।
4. ये बेलनाकार शखाओ वाली और केंद्रकीय होती हैं ।
प्रश्न 9 - पौधो मे सरल ऊतक जटिल ऊतक से कि प्रकार भिन्न है ?
उत्तर -
सरल ऊतक:
1. ये एक ही प्रकार की कोशिकाओ ये बने होते है ।
उदाहरण :- पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा, और स्क्लेरेंन्काइमा ।
2. ये परत ऊतक के आधारीय पैंकिग का निर्माण करते हैं ।
3. ये पतली और सरल कोशिका भित्ती वाली सरल कोशिकाओ से मिलकर बने होते है ।
4. ये जीवित कोशिका है जो शिथिलता से जुड़ी होती है इसलिए उनका कोशिकाओ के बीच काफी जगह पाई जाती है ।
जटिल ऊतक:
1. ये अनेक प्रकार की कोशिकाओ से मिलकर बने होते हैं ।
उदाहरण :- जाइलम और फ्लोएम ।
2. ये सेवहन बंडल का निर्माण करते है ।
3. इनकी कोशिका भित्ती मोटी होती हैं ।
4. जाइलम की अधिकांश कोशिकाएं मृत होती हैं तथा फ्लोएम में फ्लोएम रेशें मृत होते हैं । इनकी आकृति नालिकाएँ या छिथ्द्रत भित्ति वाली होती हैं ।
प्रश्न 10 - स्नायु तथा कंडरा में अंतर लिखिए।
उत्तर -
स्नायु:
1. ये दो असिथयों को आपस में जोडते है।
2. यह उतक बहुत लचीला और मजबुत होता है।
कंडरा:
1. ये अस्थियों तथा मॉसपेशियों को आपस में जोडते है।
2. कंडरा मजबुत तथा सीमित लचीलेपन वाला रेशेदार उतक होता है।
प्रश्न 11 - अस्थि तथा उपास्थि में अंतर लिखिए।
उत्तर -
अस्थि:
1. यह पंजर का निर्माण कर शरीर को आकार प्रदान करता है।
2. यह मॉसपेशियों को सहारा देती है।
3. यह कठोर होता है और मुड नहीं सकता ।
उपास्थि:
1. ये नाक कान और कंठ में भी उपस्थित होती है।
2. यह अस्थियों के जोडों को चिकना बनाती है
3. यह नरम होता है और मुड सकता है।
प्रश्न 12 - सरल उत्तक और जटिल उत्तक में अंतर स्पष्ट कीजिए |
उत्तर -
सरल ऊतक
1. ये एक ही प्रकार की कोशिकाओ ये बने होते है ।
उदाहरण: पैरेन्काइमाए कॉलेन्काइमाए और स्क्लेरेंन्काइमा ।
2. ये परत ऊतक के आधारीय पैंकिग का निर्माण करते हैं ।
3. ये पतली और सरल कोशिका भित्ती वाली सरल कोशिकाओं से मिलकर बने होते है ।
4. ये जीवित कोशिका है जो शिथिलता से जुड़ी होती है इसलिए उनका कोशिकाओ के बीच काफी जगह पाई जाती है ।
जटिल ऊतक
1. ये अनेक प्रकार की कोशिकाओ से मिलकर बने होते हैं ।
उदाहरण - जाइलम और फ्लोएम
2. ये संवहन बंडल का निर्माण करते है ।
3. इनकी कोशिका भित्ति मोटी होती हैं ।
4. जाइलम की अधिकांश कोशिकाएं मृत होती हैं तथा फ्लोएम में फ्लोएम रेशें मृत होते हैं । इनकी आकृति नालिकाएँ या छिद्रत भित्ति वाली होती हैं ।
प्रश्न 13 - पौधों में एपीडर्मिस का क्या कार्य है ?
उत्तर - एपीडर्मिस का कार्य :-
1. यह जल की हानि कम करके पादपों की रक्षा करती है ।
2. यह पौधों की सभी भागों की रक्षा करती है ।
3. इसकी सतह पर बनने वाली मोम जैसी जेली जल हानि के विरूद्ध यांत्रिक आघात और परजीवी कवक के प्रवेश से पौधों की रक्षा करती है ।