अभ्यास-प्रश्नावली
Q1. ऊतक को परिभाषित करें।
उत्तर : एक ही प्रकार की संरचना और कार्य करने वाले कोशिकाओं के समूह को उत्तक कहते हैं |
Q2. कितने प्रकार के तत्व मिलकर जाइलेम ऊतक का निर्माण करते हैं? उनके
नाम बताएँ।
उत्तर : जाइलेम ये चार प्रकार के घटकों से मिलकर बना है -
(i) इलेम ट्रेकिड्स (वहिनिका)
(ii) वाहिका
(iii) जाइलेम पैरेंकाइमा और
(iv) जाइलेम फाइबर
Q3. पौधें में सरल ऊतक जटिल ऊतक से किस प्रकार भिन्न होते हैं?
उत्तर :
Q4. कोशिका भित्ति के आधार पर पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा के बीच भेद स्पष्ट करें।
उत्तर :
Q5. रंध्र के क्या कार्य हैं?
उत्तर : स्टोमेटा का कार्य (Functions of stomata):
(i) वाष्पोत्सर्जन की क्रिया भी स्टोमेटा के द्वारा होती है |
(ii) गैसों का आदान-प्रदान भी स्टोमेटा के द्वारा ही होता हैं |
Q6. तीनों प्रकार के पेशीय रेशों में चित्र बनाकर अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर :
(a) रेखित पेशी
(b) चिकनी पेशी
(c) कार्डिक (हृदयक) पेशी
Q7. कार्डिक (हृदयक) पेशी का विशेष कार्य क्या है?
उत्तर : कार्डिक (ह्रदयक) पेशी का विशेष कार्य निम्नलिखित होता हैं:-
(i) ह्रदय की पेशीयां जीवन भर लयबद्ध होकर प्रसार एवं संकुचन करती हैं|
(ii) लयबद्ध प्रसार एवं संकुचन ह्रदय की पम्पिंग क्रिया में सहायता करता हैं तथा रक्त सम्पूर्ण शरीर में गति करता हैं|
Q8. रेखित, अरेखित तथा कार्डिक (हृदयक) पेशियों में शरीर में स्थित कार्य और स्थान के आधर पर अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर :
लक्षण | रेखित पेशीय | आरेखित पेशीय | कार्डियक पेशीय |
कार्य | यें एच्छिक पेशियाँ हैं जो शरीर को इच्छानुसार गति प्रदान करने में सहायक हैं| | ये अनेच्छिक पेशियाँ हैं अर्थात् ये जंतु की इच्छा पर संचालित नहीं होती| ये स्वतः ही पेशियों की गति को नियंत्रित करती हैं| | ये भी अनेच्छिक पेशियाँ हैं जो हृदय की पेशियों को बिना थके प्रसार एवं संकुचन में सहायता करती हैं| |
शरीर में स्थिति | हाथ, पैर, कंकाल पेशियों में| | आहारनलिका, रक्त नलिका का प्रसार एवं संकुचन, आँख की पलक , मूत्रवाहिनी और फेफड़ो की श्वसनी में| | ह्रदय में अर्थात् हृदय की दीवारों में| |
Q9. न्यूरॉन का एक चिन्हित चित्र बनाएँ।
उत्तर :
Q10. निम्नलिखित के नाम लिखेंः
(a) ऊतक जो मुँह के भीतरी अस्तर का निर्माण करता है।
(b) ऊतक जो मनुष्य में पेशियों को अस्थि से जोड़ता है।
(c) ऊतक जो पौधें में भोजन का संवहन करता है।
(d) ऊतक जो हमारे शरीर में वसा का संचय करता है।
(e) तरल अधात्री सहित संयोजी ऊतक।
(f) मस्तिष्क में स्थित ऊतक।
उत्तर :
(a) सरल शल्की एपिथेलियम
(b) कांडरा
(c) फ्लोएम
(d) एडिपोस टिश्यू (वसामय उत्तक)
(e) रक्त
(f) तंत्रिका उत्तक
Q11. निम्नलिखित में ऊतक के प्रकार की पहचान करेंः
त्वचा, पौधे का वल्क, अस्थि, वृक्कीय नलिका अस्तर, संवहन बंडल।
उत्तर :
(i) त्वचा - स्तरित शल्की एपिथेलियम
(ii) पौधे का वल्क - कॉर्क रक्षित उत्तक
(iii) अस्थि - संयोजी उत्तक
(iv) वृक्कीय नलिका अस्तर - घनाकार एपिथेलियम
(v) संवहन बण्डल - जटिल उत्तक (जाइलेम और फ्लोएम)
Q12. पैरेन्काइमा ऊतक किस क्षेत्र में स्थित होते हैं?
उत्तर : पैरेन्काइमा ऊतक पत्तियों में पाए जाते हैं| इस स्थिति में इसे क्लोरेन्काइमा (हरित लवक) कहा जाता हैं| जलीय पौधे में बड़ी गुहिकाए होती हैं| जो पौधों को तैरने के लिए उत्प्लावन बल प्रदान करती हैं| इस पैरेन्काइमा को ऐरेन्काइमा कहते हैं| अतः यें पत्तियों तथा जड़ो में पाए जाते हैं|
Q13. पौधें में एपिडर्मिस की क्या भूमिका है?
उत्तर : पौधे में एपिडर्मिस की निम्नलिखित भूमिका है -
(i) यह जल की हानि कम करके पादपों की रक्षा करती हैं |
(ii) यह जल प्रतिरोधी परत, जल के हानि के विरुद्ध यांत्रिक आधात तथा परजीवी कवक के प्रवेश से पौधों की रक्षा करती है |
(iii) इसकी जेली जैसी पदार्थ जल प्रतिरोधी परत का निर्माण करती है |
(iv) जड़ों की एपीडर्मल कोशिकाएँ पानी को सोंखने का कार्य करती हैं |
Q14. छाल (कॉर्क) किस प्रकार सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है?
उत्तर : जब वृक्ष की आयु बढती हैं तो तने के एपिडर्मिस के स्थान पर विभज्योतक की पट्टी बन जाती हैं| यह एक मोटा सुरक्षात्मक ऊतक हैं| बाहरी सतह की कोशिकाएँ इस सतह से अलग हो जाती हैं | यह पौधो पर अनेक परतो वाली मोटी छाल (कॉर्क) का निर्माण करती हैं| इन छालो की कोशिकाएं मृत होती हैं, यें बिना अंतःकोशिकीय स्थानों के व्यवस्थित होती हैं| इनकी भित्ति पर सुबेरिन नामक रसायन होता हैं जो इन छालो को हवा एवं पानी के लिए अभेद्द बनाता हैं|
Q15. नीचे दी गयी तालिका को पूर्ण करें :
उत्तर: