अतिरिक्त प्रश्नोत्तर :-
प्रश्न - 1. दो वस्तुओ के बीच लगने वाले गुरूत्वाकर्षण बल का क्या होगा, यदि :-
2.एक वस्तु का द्रव्यमान दोगुनी कर दिया जाए ?
3.वस्तुओ के बीच की दूरी दुगुनी अथवा तीन गुणी कर दी जाए ?
4.दोनो वस्तुओ के द्रव्यमान दोगुने का दिये जाए?
उत्तर - 1. दो वस्तुओ के बीच लगने वाला गुरूत्वाकर्षण बल दोगुना हो जाएगा ।
2. वस्तुओ के बीच की दूरी दो गुणी करने पर गुरूत्वाकर्षण बल ऐ चौथाई हो जाएगा ।
3. वस्तुओ के बीच की दूरी तीन गुणी करने पर गुरूत्वाकर्षण बल 1/9 वाँ भाग हो जाएगा ।
4. दोनों वस्तुओ के द्रव्यमान दोगुने करने पर गुरूत्वाकर्षण बल पार गुणा हो जाएगा ।
प्रश्न 2 - एक कागज की शीट उसी प्रकार की शीट को मरोड़ कर बनाई गई गेंद से धीमी क्यों गिरती हैं ?
उत्तर - ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गिराव वायु से होकर बहता है । वायु घर्षण के कारण गति के लिए प्रतिरोध उत्पन्न करती है । कागज की गेंद की अपेक्षा कागज पर वायु लगाया गया प्रतिरोध अधिक होता है । वायु भी कागज को इधर उधर हटा सकती हैं । अंत : कागज की शीट भी उसी के परिवर्तित रूप से गेंद से मन्द गिरेगी ।
प्रश्न 3 - गुरूत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम का महत्व लिखो ।
उत्तर - गुरूत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम का निम्नलिखित महत्व है :-
1. हम पृथ्वी से बँधे रहते हैं ।
2. गुरूत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा गति करता है ।
3. गुरूत्वाकर्षण के कारण सूर्य के चारों ओर ग्रहो की गति करना ।
4. चंद्रमा और सूर्य के कारण ज्वार भाटा का आना ।
प्रश्न 4 - आर्किमिडीज के सिद्धांत के अनुप्रयोग से होने वाले कार्य लिखो ।
उत्तर - आर्किमिडीज के सिद्धांत के अनुप्रयोग से बहुत से कार्य होते हैं :-
1. यह जलयानो तथा पनडुब्बियो के डिजाइन बनाने में ।
2. दंग्धमापी, जो दूध के किसी नमूने की शुद्धता की जाँच करने के लिए ।
3. हाइड्रोमीटर जोद्रवो के घनत्व मापने के लिए प्रयुक्त होते हैं ।
प्रश्न 5 - द्रव्यमान और भार में अंतर स्पष्ट करो ।
उत्तर - द्रव्यमान और भार में अंतर
द्रव्यमान :-
1. वस्तु मे उपस्थित कुल पदार्थ की मात्रा होती हैं । यह वस्तु के जड़त्व की माप होती है ।
2. यह प्रत्येक सीन पर अचर होता है ।
3. इसका मात्रक किलोग्राम हैं ।
4. यह भौतिक तुला से मापा जाता हैं ।
5. यह एक अदिश राशि हैं ।
भार :-
1. वह वस्तु बल हैं , जिससे पृथ्वी किसी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर खींचती हैं ।
2. वस्तु का भार स्थान स्थान पर बदलता रहता हैं ।
3. इसका मात्रक न्यूटन हैं ।
4. यह कमानीदार तुला से मापा जाता हैं ।
5. यह एक सदिश राशि हैं ।