अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: तडित कैसे पैदा होता है ?
उत्तर: बादलों में आवेश के एकत्रित होने से तडि़त पैदा होती है।
प्रश्न: तडित क्या है ?
उत्तर: तडित एक प्राकृतिक परिघटना है जिसमें बादल आकाश में चिंगारिया छोंडते है।
प्रश्न: आवेशित वस्तु को परिभाषित कीजिए।
उत्तर: जब प्लास्टिक की कंघी को सूखे बालों से रगड़ते हैं तब यह भी कुछ विद्युत आवेश अर्जित कर लेती है। इन वस्तुओं को आवेशित वस्तुएँ कहते हैं।
प्रश्न: आवेश कितने प्रकार के होते है ?
उत्तर: आवेश दो प्रकार के होते है ।
(i) धन आवेश
(ii) ऋण आवेश
प्रश्न: आवेशों का नाम लिखिए जब एक शीशे की छड़ को सिल्क से रगडा जाता है।
(i) शीशे की छड़ पर
(ii) सिल्क पर
उत्तर:
(i) शीशे की छड़ पर ऋण आवेश
(ii) सिल्क पर धन आवेश
प्रश्न: विद्युत दर्शी किसे कहते है ?
उत्तर: वह युक्ति जिसके द्वारा आवेश का पता लगाया जाता है विद्युत दर्शी कहते है।
प्रश्न: भूसम्पर्कण किसे कहते है ?
उत्तर: किसी आवेशित वस्तु से आवेश को पृथ्वी में भेजने की प्रक्रिया को भूसम्पर्कण कहते हैं।
प्रश्न: विद्युत विसर्जन किसे कहते है ?
उत्तर: उपरी बादलों में धन आवेश संचित होता है तथा निचली बादलों में ऋण आवेश संचित रहता है। जब इस संचित आवेश का मान अधिक हो जाता है तो विद्युत का हीन चालक वायु आवेशों के प्रभाव को रोक नहीं पाता है। ऋणात्मक और धनात्मक आवेश मिलकर प्रकाश की चमकिली धारियाँ बनाते है। जो तडित कहलाता है। इस प्रक्रिया को विद्युत विसर्जन कहते है।
प्रश्न: तडित चालक क्या है?
उत्तर: तडि़त चालक एक ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग भवनों को तडि़त के प्रभाव से बचाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न: तडि़त से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर:
(i) खुले स्थान में नहीं रहना चाहिए तथा सुरक्षित स्थान जैसे भवन या छोटे वृक्ष के नीचे शरण लेनी चाहिए तथा छाता का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(ii) गरज के समय तार वाले विद्युत यंत्र जैसे फोन, टेलीविजन, फ्रिज आदि चालु नहीं रखना चाहिए।
(iii) भवन को तडित चालक युक्त करना चाहिए ताकि भवन को आघात से बचाया जा सके।
प्रश्न: भवनों में तडित चालक कैसे स्थापित किया जाता है ?
उत्तर: किसी भवन के निर्माण के समय उसकी दीवारों में, उस भवन की ऊँचाई से अधिक लम्बाई की धातु की छड़ स्थापित कर दी जाती है। इस छड़ का एक सिरा वायु में खुला रखा जाता है तथा दूसरे सिरे को जमीन में काफी गहराई तक दबा देते हैं।
प्रश्न: भूकम्प क्या है ?
उत्तर: भूकम्प एक पृथ्वी का कंपन या झटका हैै । यह पृथ्वी के भूपर्पटी के भीतर गहराई में प्लेटों के खिसकने से उत्पन्न होता है।
प्रश्न: भूकम्प की तीव्रता को किससे मापा जाता है ?
उत्तर: रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है।
प्रश्न: जब किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते है तो वह अपना आवेश खो देता हैं । क्यों ?
उत्तर: जब किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते है तो उसका आवेश हमारे शरीर से होकर पैरों के द्वारा पृथ्वी में चला जाता है और आवेश खो देता है। इस प्रक्रिया को भू संम्पर्कण कहते है।