अध्याय - समीक्षा:
- एक नया और विभाजित राष्ट्र: भारत ने अंततः स्वतंत्रता प्राप्त की, लेकिन यह दो अलग-अलग राष्ट्रों में विभाजित हो गया। इसके चलते बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। इन लोगों का बसना और देशी रियासतों का संगठन नए राष्ट्र के सामने मुख्य चुनौतियाँ थीं।
- एक संविधान का गठन किया गया था: संविधान एक लिखित दस्तावेज है, जो देश की सरकार के कामकाज को बताता है। इस दस्तावेज़ में सरकार के सभी अंगों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का उल्लेख किया गया है। इसके अलावा, संविधान में नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का भी उल्लेख किया गया है।
- भारतीय संविधान की विशेषताएं: भारतीय संविधान ने अपने सभी नागरिकों को निर्धारित आयु सीमा से ऊपर के लिए सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार प्रदान किया। भारतीय संविधान की एक अन्य विशेषता कानून के समक्ष समानता का प्रावधान था। संविधान में शामिल एक महत्वपूर्ण विशेषता गरीब और पिछड़े समूहों के लिए विशेष विशेषाधिकारों का प्रावधान था।
- सत्ता का बंटवारा: केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच सत्ता के बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा करने में संविधान सभा ने कई दिन बिताए। चर्चाओं के कारण केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का विभाजन हुआ।
- राष्ट्रभाषा: कई नेताओं का विचार था कि हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए, लेकिन गैर-हिंदी राज्यों के नेताओं ने इस राय का विरोध किया।
- प्रमुख नेता: बी. आर अम्बेडकर मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। उनकी जिम्मेदारी सभी समितियों की रिपोर्ट संकलित करके संविधान का मसौदा तैयार करना था।गुटनिरपेक्षता: दुनिया के किसी भी शक्तिशाली देश (यूएसए और यूएसएसआर) के लिए समर्थन प्रदान नहीं करने या समर्थन प्राप्त करने की नीति।