अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: स्थलमंडलीय प्लेट किसे कहते हैं?
उत्तर: स्थलमंडल अनके प्लेटों में विभजित हैं, जिन्हें स्थलमंडलीय प्लेट कहते हैं|
प्रश्न: अंतर्जनित बल ( एंडोजेनिक फ़ोर्स ) किसे कहते हैं?
उत्तर: जो बल पृथ्वी के आतंरिक भाग में घटित होते हैं|
प्रश्न: बहिर्जनिक बल ( एक्सोजेनिक बल ) किसे कहते हैं?
उत्तर: जो बल पृथ्वी की सतह पर उत्पन्न होते हैं उन्हें बहिर्जनिक बल कहते हैं|
प्रश्न: पृथ्वी की सतह को तालिका की सहायता से समझाए?
उत्तर:
प्रश्न: ज्वालामुखी किसे कहते हैं?
उत्तर: ज्वालामुखी भू - पर्पटी पर खुला एक ऐसा छिद्र होता हैं, जिससे पिघले हुए पदार्थ अचानक निकलते हैं|
प्रश्न: ज्वालामुखी की सरंचना का वर्णन कीजिए?
उत्तर:
प्रश्न: भूकंप किसे कहते हैं?
उत्तर: स्थलमंडलीय प्लेटों के गति करने पर पृथ्वी की सतह पर कंपन होता हैं| यः कंपन पृथ्वी के चरों और गति कर सकता हैं| इस कंपन को भूकंप कहते हैं|
प्रश्न: उदगम केंद्र किसे कहते हैं?
उत्तर: भू - पर्पटी के नीचे वह स्थान जहाँ कंपन निकटतम स्थान को उदगम केंद्र कहते हैं|
प्रश्न: अधिकेंद्र का वर्णन कीजिए?
उत्तर: उदगम केंद्र के भूसतह पर उसके निकटतम स्थान को अधिकेंद्र कहते हैं, अधिकेंद्र से कंपन बाहर की और तंरगों के रूप में गमन करती हैं अधिकेंद्र से कंपन बाहर की ओर तरंगों के रूप में गमन करती हैं| अधिकेंद्र के निकटतम भाग में सर्वाधिक हानि होती हैं एवं अधिकेंद्र से दूरी के साथ भूकंप की तीव्रता धीरे - धीरे कम होती जाती हैं|
प्रश्न: भूकंप की उत्पति की चित्र से समझाए?
उत्तर:
प्रश्न: भूकंपलेखी क्या हैं?
उत्तर: भूकंप का मापन एक यंत्र से किया जाता हैं, जिसे भूकंपलेखी कहते हैं|
प्रश्न: भूकंपीय तरंगे कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर: भूकंपीय तरंगे तीन प्रकार की होती हैं -
- पी तरंगे अथवा अनुदैधर्य तरंगे
- एस तरंगे अथवा अनुप्रस्थ तरंगे
- एल तरंगे अथवा पृष्ठीय तरंगे
प्रश्न: जलप्रपात किसे बनाता हैं?
उत्तर: नदी के जल से दृश्य भूमि का अपरदन होता हैं| जब नदी किसी खड़े ढाल वाले स्थान से अत्यधिक कठोर शैल या खड़े ढाल वाली घाटी में गिरती हैं, तो यह जलप्रपात बनती हैं|
प्रश्न: विसर्प किसे कहते हैं?
उत्तर: जब नदी मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती हैं, तो वह मोड़कर मार्ग पर बहने लगाती हैं| नदी के इन्ही बड़े मोड़ों को विसर्प कहते हैं|
प्रश्न: अवसाद किसे कहते हैं?
उत्तर: कभी - कभी नदी अपने तटों से बाहर लगती हैं| फलस्वरूप निकटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ आ जाती हैं| बाढ़ के कारण नदी के तटों के निकटवर्ती क्षेत्रों में महीन मिट्टी एवं अन्य पदार्था का निक्षेपण करती हैं| ऐसी मिट्टी एवं पदार्था को अवसाद कहते हैं| इससे समतल उपजाऊ बाढ़कृत मैदान का निर्माण होता हैं|
प्रश्न: वितरिका किसे कहते हैं?
उत्तर: समुद्र तक पहुँचते - पहुँचते नदी का प्रवाह धीमा हो जाता हैं तथा नदी अनेक धाराओं में विभाजित हो जाती हैं, जिनको वितरिका कहा जाता हैं|
प्रश्न: डेल्टा का निर्माण किसे होता हैं?
उत्तर: समुद्र तक पहुँचते - पहुँचते नदी का प्रवाह धीमा हो जाता हैं, यहाँ नदी इतनी धीमी हो जाती हैं की यह अपने साथ लए मलबे का निक्षेपण करने लगाती हैं| प्रत्येक वितरिका अपने मुहाने का निर्माण कराती हैं| सभी मुहानों के अवसादों के संग्रह से डेल्टा का निर्माण होता हैं|
प्रश्न: समुद्री गुफा का निर्माण कैसे होता हैं?
उत्तर: समुद्री तरंग के अपरदन एवं निक्षेपण तटीय स्थलाकृतियाँ बनाते हैं| समुद्री तरंगे लगातार शैलों से टकराती रहती हैं, जिससे दरार विकसित होती हैं| समय के साथ ये बड़ी और चौड़ी होती जाती हैं| इनकों समुद्री गुफा कहते हैं|
प्रश्न: तटीय मेहराब किसे कहते हैं?
उत्तर: समुद्री गुफाओं के बड़े होते जाने पर इनमें केवल छत ही बचाती हैं, जिससे तटीय मेहराब बनते हैं|