अभ्यास - प्रश्न:
प्रश्न: भारत में प्राय: यह कहा जाता हैं कि हम सबको स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में असमर्थ हैं, क्योंकि सरकार के पास इसके लिए पर्याप्त धन और सुविधाएँ नहीं हैं| क्या इस बात से आप सहमत हैं?
उत्तर: भारत में प्राय: यह कहा जाता हैं कि हम सबको सरकार स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में असमर्थ हैं, क्योंकि उसके पास इसके लिए पार्याप्त धन हैं और सुविधाएँ नहीं हैं| हम इस बार बात से सहमत नहीं हैं, क्योंकि संसार भार में भारत में सार्वाधिक चिकित्सा महाविघालय हैं और यहाँ सबसे अधिक डॉक्टर तैयार किए जाते हैं| लगभग हर वर्ष 15,000 नए डॉक्टर योग्यता प्राप्त करते हैं| हमारे यहाँ से काफी संख्या में डॉक्टर विदेशों में पलायन कर जाते हैं| जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में कमी होती हैं|
प्रश्न: रंजन को इतना अधिक पैसा क्यों खर्च करना पड़ा? कारण बताइए|
उत्तर: रंजन ने बिमारी का इलाज एक निजी अस्पताल मं करवाया था, जहाँ सभी तरह की सुविधाएँ उपलब्ध थी| निजी अस्पातल में रंजन का कई तरह का परीक्षण की फ़ीस, डॉक्टर की फ़ीस तथा बेड का चार्ज के कारन अधिक पैसा खर्च करना पड़ा|
प्रश्न: सरकारी अस्पताल में अमन को किन कठिनाई का समाना करना पड़ा? आपके विचार से अस्पताल कैसे बेहतर ढंग से काम कर सकता हैं? चर्चा कीजिए|
उत्तर: सरकारी अस्पताल में अमन को लंबी कतार में खड़ा होना पड़ा| जब उसकी बारी लंबी लाइन में खड़े होना पड़ा| जब उसकी बारी आई तो डॉक्टर ने खून की जाँच कराने के लिए कहा| इसके लिए उसे क और लंबी लाइन में खड़े होना पड़ा जहाँ जाँच के लिए खून लिया जा रहा था, वहाँ भी बहुत भीड़ - भड़क्का हो रहा था और इन सभी कार्या के लिए काफी समय लगा| इसके बाद ओ. पी. डी. काउंटर पर भी एक लंबी लाइन में इन्तजार करना पड़ा|
अस्पातल के बेहतर ढंग से काम करने के उपाय -
1. अस्पताल के प्रत्येक कर्मचारी को अलग - अलग काम सौंपा जाना चाहिए|
2. प्रत्येक कर्मचारी के लिए समय सीमा निर्धारित किया जाना चाहिए कि वह निश्चित समय में एक| निश्चित संख्या में रोगियों की समस्या का निपटारा करें और जिस कर्मचारी एवं डॉक्टर के कार्या में लापरवाही मिले उस पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए|
3. अस्पताल की साग - सफाई के लिए अधिकारियों द्वारा समय - समय पर निगरानी करना चाहिए|
प्रश्न: जब आप बीमार होते हैं, तो जहाँ जाते हैं? क्या आपको किन्हीं कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं? अपने अनुभव के आधार पर एक अनुच्छेद लिखिए|
उत्तर: जब हम बीमार होते हैं, तो हम सरकारी अस्पताल में आते हैं सरकारी अस्पताल में लम्बी लाइन में खड़ा होना पड़ता हैं| उसके बाद सरकारी अस्पताल के विभिन्न जाँच परीक्षण के मशीन खराब हैं| डॉक्टर से इलाज कराने के लिए भी लम्बा इतजार करना पड़ता हैं| डॉक्टर द्वारा जो दवाइयां लिखि जाती हैं उनमें से कई दवाइयां अस्पताल में नहीं मिलती, उसे बहार की दुकानों से खरीदना पड़ता हैं|
प्रश्न: निजी चिकित्सालयों में हमें किन समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं? चर्चा कीजिए|
उत्तर: निजी चिकित्सालयों में हम निम्न समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं -
1. निजी चिकित्सालयों में इलाज कराने में अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं|
2. छोटे निजी चिकित्सालयों में के डॉक्टर ऐसे होते हैं जिनमें योग्यता की कमी होती हैं|
3. गलियों या मुहल्लों में कुछ निजी चिकित्सालय के डॉक्टर एम. बी. बी. एस. नहीं होते, दूसरे शब्दों में उन्हें झोला छाप डॉक्टर कहा जाता हैं, जो कंपाउंटर से डॉक्टर बने होते हैं|
4. छोटे निजी चिकित्सालयों में कई जाँच परीक्षण यंत्रो की कमी होती हैं| जिसके कारण बाहर से जाँच परीक्षण कराना पड़ता हैं|
प्रश्न: किन - किन अर्था में सार्वजानिक स्वास्थ्य व्यवस्था सबके लिए उपलब्ध एक सेवा हैं?
उत्तर: निम्न अर्था में सार्वजानिक स्वास्थ्य व्यवस्था सबके लिए उपलब्ध एक सेवा हैं -
1. सार्वजानिक स्वास्थ्य केंद्र में अमीर - गरीब कोई भी व्यकित अपने रोग का इलाज करा सकाता हैं|
2. सार्वजानिक स्वास्थ्य केंद्र में मुफ्त में इलाज कराना सबके लिए संभव हैं|
3. सार्वजानिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगी का इलाज करते समय किसी भी आधर पर भेदभाव नहीं किया जाता|
4. सरकार ने सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने की वचनबद्ध को पूरा करने के लिए ये| अस्पताल तथा स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए हैं|
5. इन सेवाओं को चलाने के लिए धन उस पैसे से आता हैं, जो लोग सरकार को टैक्स के रूप में डेट हैं|
प्रश्न: कुछ सार्वाजनिक स्वास्थ्य के केंद्रों अथवा अस्पतालों की सूची बनाइए, जो आपके घर के पास हैं| अपने अनुभव से अथवा उनमें से किसी एक में जाकर केंद्र चलाने वाले लोगों को और वहाँ दि जाने वाली सुविधाओं का पता लगाइए|
उत्तर: सार्वजानिक स्वास्थ्य केंद्र जो दिल्ली में स्थित हैं|-
1. गुरू तेग बहादुर अस्पताल
2. लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल
3. हिंदू राव अस्पताल
4. गोविन्द वल्लभ पन्त अस्पताल