अध्याय 7. नए प्रश्न नए विचार
प्रश्न: बुद्ध ने लोगो तक अपने विचारो का प्रसार करने के लिए किन-किन बातों पर ज़ोर दिया?
उत्तर: बुद्ध की प्रमुख शिक्षाएं निम्न है:-
(i) बुद्ध ने कहा की यह जीवन दुखो से भरा हैं और ऐसा हमारी ईच्छा तथा लालसाओं के कारण होता हैI
(ii) आत्मसंयम अपना कर हम ऐसी लालसा से बच सकते हैI
(iii) बुद्ध ने कहा की लोग दयालु हो तथा मनुष्य के साथ - साथ जानवरों का भी आदर करेI
(iv) हमारे कर्म के परिणाम ,चाहे वे अच्छे हो या बुरे , वे हमारे वर्तमान जीवन के साथ -साथ भविष्य को भी प्रभावित करती हैI
प्रश्न: 'सही' व 'गलत' वाक्य बताओI
(i) बुद्ध ने पशुबलि को बढ़ावा दियाI
उत्तर: गलतI
(ii) बुद्ध द्वारा प्रथम उपदेश सारनाथ में देने के कारण इस जगह का बहुत महत्व हैI
उत्तर: सहीI
(iii) बुद्ध ने शिक्षा कि कर्म का हमारे जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ताI
उत्तर: गलतI
(iv) बुद्ध बने बोध में ज्ञान प्राप्त कियाI
उत्तर: सहीI
(v)उपनिषदों के विचारो का मानना था कि आत्मा और ब्रहा वास्तव में एक ही हैI
उत्तर: सहीI
प्रश्न: उपनिषदों के विचारो किन-किन प्रश्नों का उत्तर देना चाहते थे?
उत्तर: उपनिषदों के विचार निम्म प्रश्नों का उत्तर देना चाहते थे:-
(i) कुछ मृत्यु के बाद जीवन के बारे में जानना चाहते थेI
(ii) जबकि अन्य यगो की उपयोगता के परे में जानना कहते थेI
प्रश्न: महावीर की प्रमुख शिक्षाएं क्या थी?
उत्तर: महावीर की प्रमुख शिक्षाएं निम्न थी:-
(i) सत्य जानने की इच्छा रखने वाले प्रत्येक स्त्री व पुरुष को अपना घर छोड़ देना चाहियेI
(ii) उन्हें अहिंसा के नियमो का सख्ती से पालन करना चाहियेI
(iii) किसी भी जीव को न तो काटना चाहिये और न ही हत्या करनी चाहियेI
(iv) महावीर का कहना था,'सभी जीव जीना कहते हा सभी को जीवन प्रिय है'I
प्रश्न: अनघा की मान क्यों चाहती थी कि उनकी बेटी बुद्ध की कहानी से परिचित ही? तुम्हारा इसके बारे में क्या कहना हैं?
उत्तर: अनघा की माँ चाहती थी कि उसकी बेटी बुद्ध के जीवन और उनकी शिक्षाओं से भलीभाँति परिचित हो| इसलिए वह अपनी बेटी को बुद्ध की कहानी से परिचित कराना चाहती थी|
प्रश्न: क्या तुम सोचते हो कि दासों के लिए संघ में प्रवेश करना आसान रहा होगा, तर्क सहित उत्तर दो|
उत्तर: महावीर व बृद्ध के संघ में दासों व प्रवेश करना सरल नहीं रहा होगा, क्योंकि बृद्ध ने संघ में रहने के लिए जो नियम बनाए थे उनके अनुसार दासों को संघ में प्रवेश से पहले अपने स्वामी से अनुमति लेना आवश्यक था|
प्रश्न: इस अध्याय में उल्लिखित कम से कम पाँच विचारों तथा प्रश्नों की सूची बनाओं| उनमें से किन्हीं तीन का चुनाव कर चारच करों कि वे आज भी क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?
उत्तर: विचार -
1. आत्मसंयम
2. दयालुता
3. अच्छे कर्म
4. मृत्यु जीवन का अटल सत्य हैं|
प्रश्न:
1. जीवन कष्टों व दु:खों से भरा हुआ क्यों हैं|
2. क्या मृत्यु के बाद जीवन हैं|
3. यज्ञों की क्या उपयोगिता हैं|
4. विश्व में ऐसा क्या हैं? जो कि स्थायी हैं और मृत्यु के बाद भी बचता हैं|
5. आत्मा और ब्रह्र में क्या संबंध हैं
आज की उपयोगिता के कारण -
(i) आत्मसंयम - आज मनुष्य की इच्छाएँ और लालसाएँ बढती ही जा रही हैं जो उसके बढ़ते दु:खों का कारण हैं अत: आज भी मनुष्य आत्मसंयम अपनाकर दु:खों से छुटकारा पा सकता हैं|
(ii) अहिंसा - आज चारों तरफ अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाया जा रहा हैं| लेकिन समस्याओं का हल हिंसा से नहीं, बल्कि बातचीत और अहिंसा के रास्ते पर चलकर ही निकाला जा सकता हैं|
(iii) अच्छे कर्म - आज व्यक्ति जल्दी - से - जल्दी से आमिर बन्ने के चक्कर में बुरे कर्म करने लगा हुआ हैं, किस कारण चारों तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ हैं| अच्छे कर्म करके भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जा सकता हैं|
प्रश्न: आज दुनिया का त्याग करने वाले स्त्रियों और पुरूषों के बारे में और अधिक जानने का प्रयास करों| ये लोग कहाँ राहते हैं, किस तरीके के कपडे पहनते हैं तथा क्या खाते हैं? ये दुनिया का त्याग क्यों करते हैं?
उत्तर: ये निम्नलिखित हैं-
1. आज भी अनेक लोग अपने घरों और परिवारों को त्यागकर साधु, महात्मा, मुनि तथा विचारक बन जाते हैं|
2. ये लोग मंदिरों, आश्रमों, संघों तथा एकांत स्थानों पर रहते हैं|
3. ये प्राय: पीले, भगवा, सफ़ेद कपडे पहनते हैं या निर्वस्त्र रहते हैं|
4. ये शाकाहारी भोजन करते हैं|
5. ये ज्ञान की प्राप्ति के घर - परिवार का त्याग करते हैं|