अतिरिक्त - प्रश्नोत्तर:
प्रश्न: अश्वेत लोग किस - किस तरह से भेदभाव का सामना कर रहे थे, इसकी सूची बनाइए|
उत्तर: अश्वेत लोग निम्नलिखित प्रकार के भेदभाव का सामना कर रहे थे -
1. अश्वेत लोगों को वोट डालने का अधिकार नहीं था|
2. अश्वेत लोगों के लिए रेल एवं बसे अलग होती थी|
3. अस्पताल और अस्पताल की गाड़ियाँ भी अलग होती थी|
4. अश्वेत लोगों को खेती के लिए सबसे घटिया जमीन मिली हुई थी जबकि अच्छी जमीन श्वेत लोगों के पास थी|
5. अश्वेत लोगों के लिए बस स्टैंड भी अलग थी|
प्रश्न: हेक्टर और उसके साथी किस बात के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे?
उत्तर: स्कूल में हेक्टर और अन्य विघार्थियों पर अफ्रीकान्स भाषा सीखने के लिए दबाव डाला जा रहा था| अफ्रीकान्स भाषा वहाँ पर श्वेत लोगों द्वारा बोली जाती थी| हेक्टर और उसके सहपाठियों ने मिलकर अफ्रीकान्स भाषा सिखाने का विरोश किया, क्योंकि वे अपनी भाषा 'जूलू' सीखना चाहते थे|
प्रश्न: क्या सभी लोगों के साथ बराबरी का व्यवहार होना जरूरी हैं क्यों?
उत्तर: सभी लोग जन्म से सामान हैं| उन्हें जीवन, स्वतंत्रता व संपत्ति का अधिकार हैं| यदि त्वचा के रंग, जाती, धर्म आदि के आधार पर उनके अधिकारों को छिना जाता हैं तो यह भेदभाव कहलाता हैं| भेदभाव के कारण कोई भी मनुष्य अपना सर्वांगीण विकास नहीं कर सकता हैं और यह मानवता के प्रति अपराध भी हैं और अन्याय भी हैं|
प्रश्न: कुछ अखबार देखिए और उनमें दी गई चुनाव की खबरों पर चर्चा कीजिए| एक निर्धारित समय के बाद चुनाव होते रहने की क्या जरूरत हैं?
उत्तर: सभी सरकारों का चुनाव एक निश्चित समय के लिए किया जाता हैं| भरता में यह समय पाँच वर्ष हैं| यदि सरकार का चुनाव निश्चित समय के लिए न करके हमेशा के लिए कर दिया जाए तो सरकारें अपनी मनमानी करने लगे, क्योंकि सरकार को बदल जाने का डर नहीं रहेगा| निर्धारित समय के बाद चुनाव होते रहने से लोगों का सरकार पर नियंत्रण बना रहता हैं|
प्रश्न: यहाँ किस पर सहमति या असमति प्रकट की जा रही हैं?
उत्तर:
- सहमति : बाढ़ पीड़ितों की मुआवजा देना|
- असहमति : दीवारों पर पोस्टर चिपकाने पर, बाघों के शिकार पर|
प्रश्न: माया की कहानी को दोबारा पढ़िए| क्या आपकों लगता हैं कि पुलिस द्वारा की गई हेक्टर ही हत्या को रोका जा सकता था? कैसे?
उत्तर: हेक्टर की हत्या को रोका जा सकता था अगर सरकार और विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग आपस में मिलाकर समस्या पर विचारा - विमर्श करते|
प्रश्न: माया की कहानी में सरकार ने क्या इस विचार पर समर्थन किया था कि सभी लोग बराबर हैं? डॉ. अंबेडकर की कहानी में क्या अस्पृश्यता के व्यवहार से समानता के विचार को ठेस पहुँची?
उत्तर: माया की कहानी में सरकार ने समानता के विचार का समर्थन नहीं किया| डॉ. अंबेडकर की कहानी में अस्पृश्यता के व्यवहार से समानता के विचार के विचार को ठेस पहुँची|
प्रश्न: आपके अनुसार फ़ीस घटा देने से लड़कियों को स्कूल जाने में कैसे मदद मिलेगी?
उत्तर: अधिकतर अभिभावक लड़कियों की पढ़ाई पर अधिक पैसा खर्च करना नहीं चाहते हैं, इसलिए वे लड़कियों को स्कूल नहीं भेजते हैं| यदि फ़ीस कम कर दि जाएगी तो संभव हैं कि अभिभावक लड़कियों को भेजने को तैयार हो जाएं|