अध्याय-समीक्षा
- वैश्वीकरण - जब कोई देश की अर्थव्यवस्था को संसार के अन्य देशों की अर्थव्यवस्था से सामंजस्य स्थापित करता है तो इसे वैश्वीकरण कहते हैं |
- उदारीकरण - सरकार द्वारा अवरोधों और प्रतिबंधों को हटाने की प्रक्रिया या छूट देना उदारीकरण कहलाता है |
- विश्व बैंक - विश्व बैंक एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जो अपने सदस्य देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है |
- बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ - वह कंपनी जो एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण रखती हैं |
- निजीकरण - जब सार्वजानिक क्षेत्र की कंपनियों को चरणबद्ध तरीके से निजी क्षेत्रों के हाथों बेच दिया जाता है या नियंत्रण दे दिया जाता है तो इसे निजीकरण कहते है |
- डब्ल्यू. टी. ओ. - डब्ल्यू. टी. ओ. का पूरा नाम विश्व व्यापार संगठन है | इसका उदेश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार बनाना है |
- चालू खाता - एक वित् वर्ष में वस्तुओं तथा सेवाओं के व्यापार के साथ ही भुगतानों का स्थान्तरण चालू खाता कहलाता है |
- पूँजी खाता - स्टॉक, ब्रांड, भूमि तथा बैंक में जमा राशियों को ख़रीदा या बेचा जा सकता है अथवा इन्हें पूँजी के रूप में लगाया जा सकता है, इसी के विवरण को पूँजी खाता कहते है |
- लचीलापन - सरकार द्वारा उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए कानून में जो ढील दी जाती है उसे लचीलापन कहते है |
- निवेश - भूमि, भवन, मशीन और अन्य उपकरण जैसे शेयर, बीमा, सावधि जमा आदि परिसंपतियों के खरीद पर व्यय की गई मुद्रा को निवेश कहते हैं |
- मुक्त व्यापार - जब दो देशों के बीच बिना किसी प्रतिबन्ध के व्यापार हो तो इसे मुक्त व्यापार कहते है |
- विदेशी निवेश - जब बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ द्वारा किसी देश में व्यापार स्थापित करने के लिए किया गया निवेश को विदेशी निवेश कहते हैं |
- भारत में नयी आर्थिक निति 1991 में लागु की गई |
- SEZ का पूरा नाम विशेष आर्थिक क्षेत्र है |
- भारत की अर्थव्यवस्था एक मिश्रित अर्थव्यवस्था है |
- भारत में अर्थव्यवस्था के तीन क्षेत्रकों में से वैश्वीकरण से सबसे अधिक फायदा/लाभ तृतीय क्षेत्रक को हुआ है ?
- राजकोषीय घाटा - सरकार द्वारा अर्जित आय और योजनाओं पर किए गए उससे अधिक खर्च को राजकोषीय घाटा कहते है |