अध्याय 10. प्रकाश, परावर्तन तथा अपवर्तन
लेंस की क्षमता : किसी लेंस द्वारा प्रकाश किरणों को अभिसरण और अपसरण करने की मात्रा (degree) को लेंस की क्षमता कहते हैं | यह उस लेंस के फोकस दुरी के व्युत्क्रम के बराबर होता है | इसे P द्वारा व्यक्त किया जाता है और इसका S.I मात्रक डाइऑप्टर (D) होता है |
1 डाइऑप्टर (D) = 1 m या 100 cm के बराबर होता है |
यदि फोकस दुरी (f) को मीटर में व्यक्त करें तो क्षमता जो 'डाइऑप्टर' (Dioptre) में व्यक्त किया जाता है |
उत्तल लेंस की क्षमता धनात्मक (+) होती है |
अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक (-) होती है |
उदाहरण : मान लीजिये कि एक लेंस की क्षमता + 2 D है | इसका अर्थ यह है कि वह उत्तल लेंस है और उसकी फोकस दुरी (f) + 0.50 m है अर्थात + 50 सेमी है |
और यदि एक अन्य लेंस की क्षमता -2 D है तो वह अवतल लेंस है और उसकी फोकस दुरी (f) - 0.50 m है अर्थात - 50 सेमी है |
लेंस की क्षमता से प्रश्न:
उदाहरण 1. एक अवतल लेंस जिसकी फोकस दुरी 25 cm है इसकी क्षमता ज्ञात कीजिये |
हल : फोकस दुरी (f) = - 25 cm = - 0.25 m (अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक होती है |)
= 1/0.25
= 4 D
उदाहरण 2. एक उत्तल लेंस जिसकी फोकस दुरी 40 सेमी है इस लेंस की क्षमता ज्ञात कीजिये |
हल : फोकस दुरी (f) = 40 cm = 0.4 m
= 1/0.4
= 10/4
= 2.5 D