अध्याय - समीक्षा:
- दूसरी या बाह्र प्रक्रिया स्थल के लगातार बनने एवं टूटने की प्रक्रिया हैं|
- पृथ्वी की सतह के टूटकर घिस जाने को अपरदन कहते हैं|
- कुछ पर्वतों पर हमेशा जमी राहने वाली बर्फ की नदियाँ होती हैं उन्हें हिमानी कहा जाता हैं|
- पर्वत एक रेखा के क्रम में भी व्यवस्थित हो सकते हैं जिसे श्रुंखला कहते हैं|
- पर्वत तीन प्रकार के होते हैं - वलित पर्वत, भ्रंशोत्थ पर्वत तथा ज्लावामुखी पर्वत|
- पठार उठी एवं सपाट भूमि होती हैं| यह आस - पास के क्षेत्रों से अधिक उठा हुआ होता हैं तथा इसका ऊपरी भाग मेज के समान सपाट होता हैं| किसी पठार के एक या एक से अधिक किनारे होते हैं जिनके ढाल खड़े होते हैं|
- पठारों की उंचाई प्राय: कुछ सौ मीटर से लेकर कई हजार मीटर तक हो सकती हैं|
- तिब्बत का पठार विश्व का सबसे ऊँचा पठार हैं, जिसके उंचाई माध्य समुद्र तल से 4,000 से 6,000 मीटर तक हैं|