अतिरिक्त प्रश्न : हल सहित
प्रश्न : प्राणी (जंतु) अपना भोजन किस प्रकार बनाते हैं?
उतर : प्राणी (जंतु) अपना भोजन प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से पौधें से प्राप्त करते हैं। कुछ प्राणी सीधे ही पौधों का भक्षण करते हैं जबकि कई अन्य उन जंतुओं को अपना आहार बनाते हैं जो पौधे खाते हैं। कुछ जंतु, पौधों एवं जंतु दोनों को खाते हैं।
प्रश्न : मानव सहित सभी जीवों को वृद्धि करने, शरीर को स्वस्थ एवं गतिशील बनाए रखने के लिए किस चीज की आवश्यकता होती है?
उत्तर : मानव सहित सभी जीवों को वृद्धि करने, शरीर को स्वस्थ एवं गतिशील बनाए रखने के लिए खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न : पाचन तंत्र का निर्माण कैसे होता हैं?
उत्तर : पाचक रस जटिल पदार्थों को उनके सरल रूप में बदल देते हैं। आहार नाल एवं संबद्ध ग्रंथियाँ मिलकर पाचन तंत्र का निर्माण करते हैं।
प्रश्न : मानव में पाचन क्रिया किस प्रकार होता है?
उत्तर : हम अपने मुख द्वारा भोजन का अंतर्ग्रहण करते हैं, इसे पचाते हैं तथा फिर उसका उपयोग करते हैं। आहार का बिना पचा भाग मल के रूप में निष्कासित किया जाता है।भोजन एक सतत् नली से गुजरता है, जो मुख-गुहिका से प्रारम्भ होकर गुदा तक जाती है।
प्रश्न: शरीर के अंदर भोजन का क्या होता है?
उत्तर: शरीर के अन्दर भोजन अंतर्ग्रहण के बाद अमाशय में जाता है जहाँ पाचक रस जिसमें हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, कुछ एंजाइम और श्लेष्मा आदि के क्रिया से पाचन होता है फिर ये छोटी आंत में चले जाते है जहाँ प्रोटीन, वसा और कार्बोहायड्रेट आदि पोषक तत्वों का पाचन होता है फिर भोजन एक सतत् नली से गुजरता है, जो मुख-गुहिका से प्रारम्भ होकर गुदा तक जाती है।
प्रश्न : आहार नली को कितने भागों में बाँटा जाता है ?
उत्तर : आहार नली को मुख्य छ: भागों में बाँटा जाता हैं -
(1) मुख-गुहिका
(2) ग्रास-नली या ग्रसिका
(3) आमाशय
(4) क्षुद्रांत्रा (छोटी आँत)
(5) बृहदांत्रा (बड़ीआँत) जो मलाशय से जुड़ी होती है तथा
(6) मलद्वार अथवा गुदा।
प्रश्न: अंतर्ग्रहण किसे कहते है?
उत्तर: भोजन का अंतर्ग्रहण मुख द्वारा होता है। आहार को शरीर के अंदर लेने की क्रिया अंतर्ग्रहण कहलाती है।
प्रश्न: हम जीभ का उपयोग किस-किस कार्यों के लिए करते है?
उत्तर: हम बोलने के लिए जीभ का उपयोग करते हैं। इसके अतिरिक्त यह भोजन में लार को मिलाने का कार्य करती है तथा निगलने में भी सहायता करती है। जीभ द्वारा ही हमें स्वाद का पता चलता है। जीभ पर स्वाद-कलिकाएँ होती हैं, जिनकी सहायता से हमें विभिन्न प्रकार के स्वाद का पता चलता है।
प्रश्न: जब आप जल्दी जल्दी खाना खाते है तो आपको खाँसी हिचकी और घुटन का अनुभव क्यों होता है ?
उत्तर: कभी-कभी जब आप जल्दी-जल्दी खाते हैं, अथवा खाते समय बात करते हैं, आपको हिचकी आती है अथवा घुटन का अनुभव होता है। यह खाद्य कणों के श्वास नली में प्रवेश करने के कारण होता है।
प्रश्न: आमाशय का आंतरिक अस्तर (सतह) को क्या क्या रस स्रावित करता है?
उत्तर: आमाशय का आंतरिक अस्तर (सतह) को श्लेष्मा (mucous) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) तथा पाचक रस (Enzyme) स्रावित करता है।
प्रश्न- श्लेष्मा का कार्य लिखिए?
उत्तर: श्लेष्मा आमाशय के आंतरिक स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है।
प्रश्न- क्षुद्रांत्र कितने मीटर लंबी कुंडलित नली है? इसका कार्य लिखो |
उत्तर: क्षुद्रांत्र लगभग 7.5 मीटर लंबी कुंडलित नली है। यह यकृत एवं अग्नाशय से स्रावित एंजाइम प्राप्त करती है। इसके अतिरिक्त इसकी भिति से भी कुछ रस स्त्रावित होते है। यहाँ भोजन के सभी पोषक तत्वों का अवशोषण होता है |
प्रश्न: मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि का नाम लिखो |
उत्तर: यकृत
प्रश्न- यकृत किस रंग की ग्रंथि है?
उत्तर: यकृत गहरे लाल-भूरे रंग की ग्रंथि है, जो उदर के ऊपरी भाग में दाहिनी (दक्षिण) ओर अवस्थित होती है। यह शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है।
प्रश्न: पित्त रस किसे कहते है?
उत्तर: पित रस यकृत से स्रावित होता है, जो एक थैली में संग्रहित होता रहता है, यह हरे रंग का एक कड़वा तरल पदार्थ है इसे ही पित रस कहते है। पित्त रस वसा के पाचन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रश्न: पित्त रस किस पोषक तत्व का पाचन करता है ?
उत्तर: वसा का पाचन करता है |
प्रश्न: अग्नाशय क्या है? इसका कार्य लिखों |
उत्तर: अग्नाशय हल्के पीले रंग की बड़ी ग्रंथि है, जो आमाशय के ठीक नीचे स्थित होती है। यह प्रोटीन का पाचन करने वाला एंजाइम स्रावित करता है | और इन्सुलिन का भी स्रवन करता है |
प्रश्न: ‘अग्न्याशयिक रस’ किन तथ्यों पर क्रिया करता है तथा इनको किस रुप में परिवर्तित करता है?
उत्तर: ‘अग्न्याशयिक रस’ कार्बोहाइड्रेट्स एवं प्रोटीन पर क्रिया करता है तथा इनको उनवेफ सरल रूप में परिवर्तित कर देता है।
प्रश्न: आंशिक रुप से पचा भोजन किस भाग में पहुँचता है? और आंत्रा रस पाचन क्रिया को क्या कर देता है?
उत्तर: आंशिक रूप से पचा भोजन अब क्षुद्रांत्रा वेफ निचले भाग में पहुँचता है जहाँ आंत्राद रस पाचन क्रिया को पूर्ण कर देता है। कार्बोहाइड्रेट सरल शर्वफरा जैसे कि ग्लूकोस में परिवर्तित हो जाते हैं।
प्रश्न: भोजन को श्वास नली में प्रवेश करने से किस प्रकार रोका जाता है?
उत्तर: भोजन निगलने के समय एक माँसल रचना वाल्व का कार्य करती है, जो श्वासनली को ढक लेती है तथा भोजन को ग्रसनी में भेज देता है। संयोगवश यदि, भोजन के कण श्वास नली में प्रवेश कर जाते हैं, तो हमें घुटन का अनुभव होता है तथा हिचकी आती है।