अभ्यास - प्रश्नोत्तर:
प्रश्न1: विद्युत् परिपथों में निम्नलिखित अवयवों को निरूपित करने वाले प्रतीक अपनी नोटबुक पर खिचिए: संयोजक तार, स्विच 'ऑफ' की स्थिति में, विद्युत् सेल, स्विच 'ऑन' की स्थिति में तथा बैटरी|
उत्तर:
प्रश्न2: चित्र 14.21 में दर्शाए गए विद्युत् परिपथ को निरूपित करने के लिए परिपथ आरेख खिचिए|
उत्तर:
प्रश्न3: चित्र 14.22 में चार सेल दिखाए गए हैं| रेखाएँ खिचांकर यह निर्दिष्ट कीजिए की चार सेलों सेलों के टर्मिनलों को तारों द्वारा संयोजित करके आप वितरी कैसे बनाएगें?
उत्तर: सेलों से बैटरी बनाने के लिए, एक सेल का धन टर्मिनल (+) हमेशा सेल के ॠण टर्मिनल (-) से जुंडा होना चाहिए|
प्रश्न4: चित्र 14.23 में दर्शाए गए परिपथ में बल्ब दीप्त नहीं हो पा रहा हैं| क्या आप इसका कारण पता लगा सकते हैं? परिपथ में आवश्यक परिवर्तन करके बल्ब को प्रदीप्त कीजिए|
उत्तर: एक सेल का धन टर्मिनल (+) हमेशा दूसरे सेल के ॠण टर्मिनल (-) से जुडा होता हैं| यहाँ दो धन टर्मिनल एक दूसरे से जुड़े हुए हैं| सही परिपथ इस प्रकार हैं:
प्रश्न5: विद्युत् धारा के किन्ही दो प्रभावों के नाम लिखिए|
उत्तर:
विद्युत् धारा का तापीय प्रभाव: जब एक विद्युत् प्रवाह एक तार से होकर गुजरता हैं, तार गर्म हो जाता हैं| इसे विद्युत् धारा के तापीय प्रभाव के रूप में जाना जाता हैं| जिसका उपयोग कोई ताप अनुप्रयोंगों में किया जाता हैं|
जैसे: विद्युत् हीटर, विद्युत् स्त्री, प्रकाश बल्ब आदि|
विद्युत् धारा का चुबंकीय प्रभाव: जब विद्युत् धारा प्रवाह एक तार के माध्यम से बहता हैं यह इसके चारों और चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करता हैं| इस प्रभाव को विद्युत् धारा का चुंबकीय प्रभाव कहा जाता हैं| विद्युत् धारा के चुंबकीय प्रभाव के कई अनुप्रयोग होते हैं|
जैसे : बिजली का लिफ्ट, बिजली कि घंटी, बिजली का पंखा आदि|
प्रश्न6: जब किसी तार प्रवाहित करने के लिए स्विच को 'ऑन' करते हैं, तो तार के निकट रखी चुंबकीय सुई अपनी उत्तर - दक्षिण स्थिति से विक्षेपित हो जाती हैं| स्पष्ट कीजिए|
उत्तर: विद्युत् धारा ले जाने वाल तार अपने चारों और चुंबकीय क्षेत्र का निर्माण करता हैं| जब इस तार के पास चुंबकीय सुई राखी जाती हैं, दो चुंबकीय क्षेत्र (चुंबकीय सुई के कारण और विद्युत् धारा के कारण चुबंकीय क्षेत्र और विद्युत् धारा के कारण चुंबकीय क्षेत्र) एक दूसरे से सपर्कं में आते हैं और चुंबकीय सुई में विक्षेपण उत्पन्न हो जाता हैं जब विद्युत् धरा स्विच ऑफ हो जाती हैं, तार द्वारा चुंबकीय क्षेत्र निर्मिंत नहीं होता हैं, चुंबकीय सुई अपने उत्तर - दक्षिण की स्थिति से विचलित नहीं होती हैं|
प्रश्न7: यदि चित्र 14.24 मरण दर्शाए गए विद्युत् परिपथ में स्विच को 'ऑफ' किया जाए, तो क्या चुंबकीय सुई विक्षेप दर्शाएगी|
उत्तर: नहीं, चुंबकीय सुई स्विच बंद होने पर विक्षेप नहीं दिखाएंगी, क्योंकि विद्युत् प्रवाह का कोई स्रोत( बैटरी का सेल ) नहीं हैं| यहाँ एक सेल या बैटरी को जोड़ने कि जरूरत हैं| विद्युत् प्रवाह कि अनुपस्थिति में, तारों द्वारा कोई चुंबकीय क्षेत्र नहीं हैं| इसलिए, चुंबकीय सुई कोई विक्षेप नहीं दर्शाएगी|
प्रश्न8: रिक्त स्थानों कि पूर्ति कीजिए:
(क) विद्युत् सेल के प्रतीक में लंबी रेखा, उसके _______ टर्मिनल को निरूपित करती हैं
(ख) दो या अधिक विद्युत् सेलों के संयोजन को ________ कहते हैं|
(ग) जब किसी विद्युत् हीटर के स्विच को 'ऑन' करते हैं, तो इसका _______ रक्त तप्त (लाल) हो जाता हैं|
(घ) विद्युत् धारा के तापीय प्रभाव पर आधारित सुरक्षा युक्ति को ________ कहते हैं|
उत्तर:
(क) धन|
(ख) बैटरी|
(ग) अवयव|
(घ) फ्यूज|
प्रश्न9: निम्नलिखित कथनों पर सत्य अथवा असत्य अंकित कीजिए:
(क) दो सेलों कि बैटरी बनाने के लिए एक सेल के ॠण टर्मिनल को दूसरे सेल के ॠण टर्मिनल से संयोजित करते हैं| ( सत्य/असत्य )
(ख) जब किसी फ्यूज में से किसी निश्चित सीमा से अधिक विद्युत् धारा प्रवाहित होती हैं, तो वह पिघलाकर टूट जाता हैं ( सत्य/असत्य )
(ग) विद्युत् चुंबक, चुंबकीय पदार्थ को आकषित नहीं करता| ( सत्य/असत्य )
(घ) विस्युत घंटी में विद्युत् चुंबक होता हैं| (सत्य/असत्य )
उत्तर:
(क) असत्य|
(ख) सत्य|
(ग) असत्य|
(घ) सत्य|
प्रश्न10: क्या विद्युत् चुंबक का उपयोग किसी कचरे के ढेर से प्लास्टिक को पृथक करने के लिए किया जा सकता हैं? स्पष्ट कीजिए|
उत्तर: विद्युत् चुंबक, एक चुंबक कि तरह हैं और यह केवल लोहे के टुकड़ों को आकर्षित कर सकता हैं| प्लास्टिक में कोई चुंबकीय गुण नहीं होता हैं, इसलिए कचरे के ढेर से प्लास्टिक की थैलियों को अलग करने के लिए विद्युत् चुंबक का उपयोग नहीं किया जा सकता हैं|
प्रश्न11: मान लीजिए कि कोई विद्युत् मिस्त्री आपके घर के विद्युत् परिपथ में कोई मरम्मत कर रहा हैं| वह तांबे के एक तार को फ्यूज के रूप में उपयोग करना चाहता है| क्या अप उससे सहमत होंगे? अपने उत्तर: के लिए कारण दीजिए|
उत्तर: फ्यूज एज ऐसा उपकरण हैं जो हमारे सभी विद्युत् उपकरणों के लिए सुरक्षा कवच हैं| वे विशेष सामग्री से बने होते हैं| जब सामान्य से अधिक विद्युत् धारा इस से गुजरती हैं जो यह टूट जाती हैं| यदि विद्युत् मिस्त्री उचित फ्यूज तार का उपयोग नहीं करता हैं, इसका बजे वह फ्यूज के रूप में किसी भी साधारण बिजली के तार का उपयोग करता हैं, तो अत्यधिक धार के प्रवाह के कारण तारों के गर्म होने का खतरा बढ़ जाता हैं| इसलिए मानक फ्यूज तार का उपयोग करने कि सलाह दी जाती हैं या MCBs का उपयोग विद्युत् दुर्घटनाओं को रोकने को किया जाता हैं|
प्रश्न12: जुबैदा ने चित्र 14.4 में दर्शाए अनुसार एक सेल होल्डर बनाया तथा इसे एक स्विच और बल्ब से जोड़कर कोई विद्युत् परिपथ बनाया| जब उसने स्विच को 'ऑन' कि स्थिति में किया, तो बल्ब दीप्त नहीं हुआ| परिपथ में संभावित दोष को पहचानने में जुबैदा कि सहायता कीजिए|
उत्तर: संभावित कारण इस प्रकार हैं:
- बल्ब फ्यूज हो सकता है या ख़राब हो सकता हैं|
- सेल ठीक से जुडी नहीं हैं|
- ढीले कनेक्शन हो सकते हैं|
- स्विच अच्छी तरह से काम नहीं कर रहा हो|
- सेल की शाक्ति समाप्त हो गई हैं|
प्रश्न13: चित्र 14.25 में दर्शाए गए विद्यूत परिपथ में-
(क) जब स्विच 'ऑफ' कि स्थिति में हैं, तो क्या कोई भी बल्ब दीप्त होगा?
(ख) जब स्विच को 'ऑन' कि स्थिति में लाते हैं, तो बल्बों A, B तथा C के दीप्त होने का कर्म क्या होगा?
उत्तर:
(क) स्विच 'ऑफ' होने कि स्थिति पर कोई भी बल्ब नहीं जलेगा, चूंकि विद्युत् परिपथ बंद नहीं हैं|
(ख) जब स्विच को 'ऑन' स्थिति में ले जाया जाता हैं, परिपथ पूरा हो जाएगा और सभी बल्ब एक साथ दीप्त हो जायेगें|