अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: वनस्पति की वृद्धि किन कारकों पर निर्भर करती हैं?
उत्तर: तापमान एवं नमी|
प्रश्न: आमतौर पर प्राकृतिक वनस्पति को निम्न तीन मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता हैं?
उत्तर:
(क) वन : जो वुक्षों के लिए उपयुक्त तापमान एवं परिपूर्ण वर्षा वाले क्षेत्रों में उगते हैं| इन कारकों के आधार पर सघन एवं खुले वन विकसित होते हैं|
(ख) घासस्थल : जो माध्यम वर्षा वाले क्षेत्र में विकसित होते हैं|
(ग) काँटेदार झाड़ियाँ : काँटेदार झाड एवं झाड़ियाँ केवल शुष्क क्षेत्रों में पैदा होते हैं|
प्रश्न: सदाबहार वन किसे कहते हैं?
उत्तर: ये घने वन भूमध्य रेखा एवं उष्णकटिबंध के पास पाए जाते हैं| ये क्षेत्र गर्म होते हैं एवं पूरे वर्ष यहाँ अत्यधिक वर्षा होती हैं| चूंकि यहाँ का मौसम कभी शुष्क नहीं होता, इसलिए यहाँ के पेड़ों की पत्तियाँ पूरी तरह झड़ती| इसलिए इन्हें सदाबहार कहते हैं|
प्रश्न: शीतोष्ण सदाबहार वन किसे कहते हैं?
उत्तर: शीतोष्ण सदाबहार वन मध्य अक्षांश के तटीय प्रदेशों में स्थित हैं| ये सामान्यत: महाद्वीपों के पूर्वी किनारों पर पाए जाते हैं - जैसे दक्षिण - पूर्वी अमेरिका, दक्षिण चीन एवं दक्षिण - पूर्वी ब्राजील| यहाँ बांज, चीड़ एवं यूकेलिप्टस जैसे ढृढ़ एवं मुलायम दोनों प्रकार के पेड़ पाए जाते हैं|
प्रश्न: शीतोष्ण - पर्णपाती वन किसे कहते हैं?
उत्तर: उच्च आक्षांश की और बढ़ने पर अधिक शीतोष्ण पर्णपाती वन मिलते हैं| ये उत्तर - पूर्वी अमेरिका, चीन, न्यूज़ीलैंड, चिली एवं पश्चिमी यूरोप के तटीय प्रदेशों में पाए जाते हैं| ये अपनी पत्तियाँ शुष्क मौसम में झाड देते हैं| यहाँ पाए जाने वाले पेड़ हैं - बांज, ऐश, बीच, आदि| हिरण, लोमड़ी, भेडिये यहाँ के आम जानवर हैं| फिजेंट तथा मोनाल जैसे पक्षी भी यहाँ पाए जाते हैं|
प्रश्न: भूमध्यसागरीय वनस्पति किसे कहते हैं?
उत्तर: महाद्वीपों के पश्चिमी एवं दक्षिण - पश्चिमी किनारे भिन्न हैं| यहाँ भूमध्यसागरीय वनस्पतियाँ पाई जाती हैं| यहाँ अधिकतर यूरोप, अफ्रीका एवं एशिया के भूमध्यसागर के समीप वाले प्रदेशों में पाई जाती हैं| इसलिए इसका यह नाम पड़ा| ये वनस्पतियाँ भूमध्यसागर के बाहरी प्रदेशों जैसे - संयुक्त राज्य अमेरिका के केलिफोर्निया, दक्षिण - पश्चिमी अफ्रीका, दक्षिण - पश्चिमी दक्षिण अमेरिका एवं दक्षिण - पश्चिमी आस्ट्रेलिया से भी पाई जाती हैं| इन प्रदेशों में गर्म - शुष्क ग्रीष्म एवं वाली मृदु शीत मौसम होता हैं| इन क्षेत्रों में औमातर पर संतरा, अंजीर, जैतून एवं अंगूर जैस एवं निंबु - वंश (सिट्रस) के फल पैदा किए जाते हैं, क्योंकि लोगों ने अपनी इच्छानुसार कृषि करने के लिए यहाँ की प्राकृतिक वनस्पति को हटा दिया हैं| यहाँ वन्य जीवन कम हैं|
प्रश्न: शंकुधारी वन (टैगा) किसे कहते हैं?
उत्तर: उत्तरी गोलार्द्ध के उच्च अक्षांशों (50o - 70o) में भव्य शंकुधारी वन पाए जाते हैं| ये वन अधिक ऊँचाइयों पर भी पाए जाते हैं| इन्हीं वृक्षों को सलीमा ने हिमालय में प्रचुर मात्रा में देखा था| ये लंबे, नरम काष्ठ वाले सदाबहार वृक्ष होते हैं| इन वृक्षों के काष्ठ का उपयोग लुगदी बनाने के लिए किया जाता हैं, जो सामान्य तथा पैकिंग के लिए बक्से बनाने के लिए भी किया जाता हैं| चीड़, देवदार आदि इन वनों के मुख्य पेड़ हैं| यहाँ सामान्यत: रजत लोमड़ी, मिंक, ध्रुवीय, भालू जैसे जानवर पाए जाते हैं|