अतिरिक्त - प्रश्नोत्तर:
प्रश्न: हड़प्पा के नगरो की क्या विशेषताएँ है ?
उत्तर: हड़प्पा के नगरो की निम्न विशेषताएँ है :
1. इन नगरों में से कई को दो या उससे ज्यादा हिस्सों में विभाजित किया गया था।
2. प्रायः पश्चिमी भाग छोटा था लेकिन ऊँचाई पर बना था और पूर्वी हिस्सा बड़ा था लेकिन यह निचले इलाके में था।
3. ऊँचाई वाले भाग को पुरातत्त्वविदों ने नगर-दुर्ग कहा है और निचले हिस्से को निचला-नगर कहा है।
4. दोनों हिस्सों की चारदीवारियाँ पकी ईंटों की बनाई जाती थीं। इसकी ईंटें इतनी अच्छी थीं कि हजारो सालों बाद आज तक उनकी दीवारें खड़ी रहीं।
5. दीवार बनाने के लिए ईंटों की चिनाई इस तरह करते थे जिससे कि दीवारें खूब मजबूत रहें।
प्रश्न: प्राय: पुरानी इमारतों को तोड़कर उनकी जगह नए भवन बनाए जाते हैं| क्या तुम्हें लगता हैं कि पुरानी इमारतों को सुरक्षित रखना चाहिए?
उत्तर: यदि पुरानी इमारतों का कोई ऐतिहासिक महत्त्व हैं तो उन्हें अवश्य सुरक्षित रखना चाहिए, परन्तु जिन इमारतों का कोई ऐतिहासिक महत्त्व नहीं हैं और वे जीर्ण - शीर्ण व जर्जर हो चुकी हैं तो उन्हें तोड़कर नई इमारते बनाई जानी चाहिए|
प्रश्न: नगर में रहने वाले लोगो की एक सूची बनाओ| क्या इनमें से कुछ ऐसे लोग हैं, जो मेहरगढ़ जैसे गाँवों में रहने थे?
उत्तर: हड़प्पा सभ्यता के नगर में निम्नलिखित लोग रहते थे -
1. शिल्पकार
2. शासक
3. लिपिक
4. व्यपारी इनमें से कोई भी मेहरगढ़ जैसे गानों में नहीं रहते थे|
प्रश्न: आज भी मुहर का प्रयोग होता हैं| पत्ता लगाओ कि मुहरों का उपयोग किसलिए किया जाता हैं|
उत्तर: किसी भी महत्तवपूर्ण दस्तावेज तथा किसी वस्तु को छेडछाड मुक्त करने के लिए मुहर का प्रयोग के लिए किया जाता हैं|



