अध्याय-समीक्षा :
- लोकतंत्र मे निर्णय नियम/कानूनों के अनुसार लिए जाते हैं अगर कोई नागरिक यह जानना चाहे की निर्णय लेने में नियमों का पालन हुआ हैं या नहीं यह जाने का अधिकार हैं| इसके लिए प्रावधान होता हैं जैसे भारत में सूचना का अधिकार| इसे ही पारदर्शिता कहते हैं|
- जनसँख्या का आकार, वैश्विक स्थिति, अन्य देशों से सहयोग और देश द्वारा निश्चित की गई आर्थिक प्राथमिकताओ पर निर्भर करता हैं|
- लोकतांत्रिक सरकार नागरिकों के निर्णय प्रक्रिया में भागीदार बनाने वाली कार्यविधि भी विकसित कर लेती हैं|
- लोकतंत्र अपने नागरिकों के बीच असमानता को कम नहीं कर सकता, ठीक हैं| लोकतंत्र में राजनीतिक समानता तो स्थापित हो जाती हैं क्योंकि सबको बिना किसी भेदभाव के राजनीतिक अधिकार मिलते हिं परन्तु आर्थिक समानता बनी रहती हैं|
- राजनीतिक दलों को गरीब मतों की आवश्यकता होती हैं और वह उन्हें खोना भी नहीं चाहते फिर भी गरीबों की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता हैं|
- लोकतंत्र के लिए सभी नागरिको को सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत करने की व्यवस्था करना आवश्यक हैं|
- सामाजिक अन्तर, विभाजन और टकरावों को संभालना निश्चित रूप से लोकतांत्रिक व्यवस्थाओ का एक बड़ा गुण हैं|